कृषि क्षेत्र में आए दिन नए बदलाव होते हैं. अगर आप भी इन बदलाव के बारे में जानना चाहते हैं, तो कृषि जागरण के इस लेख को जरूर पढ़िए, क्योंकि इस लेख में आप कृषि जगत से जुड़ी कई ख़बरें एक साथ पढ़ सकते हैं.
पराली का होगा गेहूं की खेती में इस्तेमाल (Stubble will be used in wheat cultivation)
खेतों में धान कटने के बाद उसके बचे अवशेष पराली का इस्तेमाल अब गेहूं की खेती में किया जाएगा जिसे मल्चिंग का नाम दिया जाता है दरअसल इस तकनीक की शुरुआत प्रिजर्वेशन एंड प्रोलिफिकेशन ऑफ रूरल रिसोर्सेज एंड नेचर संस्था ने की है ऐसे में प्राण के अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि मल्चिंग एकीकृत गेहूं की खेती किसानों के लिए लाभकारी है तो वहीं इस पद्धति की इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट, दिल्ली के वैज्ञानिकों ने भी सराहना की है.
देश की अर्थव्यवस्था में 18% है कृषि का योगदान (Agriculture contributes 18% to the country's economy)
पशुपालन के नए शोधों और विकास से संबंधित दो दिवसीय कार्यशाला CSA कानपुर में शुरू हुई जिसमें प्रसार निदेशालय पशु स्वास्थ्य और विकास पर आयोजित वैज्ञानिक कार्य क्षमता विकास प्रशिक्षण में 25 केंद्रों से बड़े वैज्ञानिकों ने भाग लिया तो वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को तौर पर डॉ अरविंद कुमार सिंह मौजूद रहे वैज्ञानिकों को अनुसार विश्व की कुल गायों की संख्या के स्तर से देखा जाए तो हमारा देश इनकी संख्या के मामले में प्रथम पर हैं साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान 18% है।
राजस्थान के किसानों को उठाना पढ़ रहा है भारी नुकसान (The farmers of Rajasthan are studying to bear heavy losses)
राजस्थान के सीकर में प्रदेश सहित कई इलाकों में 2 दिन से चल रही शीतलहर और ठंड के चलते यहां के खेतों में जमीन सहित सब्जी और अन्य फसलों पर बर्फ की चादर बिछ गई है जिसकी चलते फसलें बर्बाद होने के साथ किसानों को भारी नुकसान भी हुआ है बता दें खेतों में बैंगन और मटर जैसी सब्जियां नष्ट हो चुकी है ऐसे में किसान परेशान नजर आ रहे हैं.
मजदूरों के भुगतान पर लगी रोक (Prohibition on payment of labourers)
मनरेगा मजदूरों के भुगतान में भी आरक्षण होने लगा है SC, ST मजदूरों को मजदूरी भुगतान में प्राथमिकता दी जा रही है। जबकि केंद्र सरकार की योजना मनरेगा के तहत नावाडीह प्रखंड में काम कर रहे सामान्य और OBC मजदूरों का भुगतान नहीं हो रहा है ऐसे में मजदूर काफी परेशान हैं
किसानों पर बैंक बना रहा है दवाब (Bank is creating pressure on farmers)
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने अपना चुनावी वादा पूरा करते हुए किसानों के लिए ऋण माफी का ऐलान तो कर दिया लेकिन अभी भी हजारों ऐसे किसान हैं जिन्हें कर्ज चुकाने को लेकर बैंक से नोटिस दिया जा रहा है. ऐसे में किसानों को ऋण माफी की जानकारी न होने के साथ उन्हें बैंकों और प्रज्ञा केंद्रों के चक्कर लगाने पढ़ रहे हैं
महाराष्ट्र के सांगली में हुआ कृषि मेले का आयोजन (Agriculture fair organized in Sangli, Maharashtra)
महाराष्ट्र के सांगली जिले में आयोजित कृषि मेले में एक भैंसा आकर्षण का केंद्र बिंदु बना है। आपको यह सुनकर भले ही हैरानी हो रही होगी लेकिन यह बिल्कुल सच है। दरअसल यह भैंसा मुर्रा जाती का है जिसका नाम गजेंद्र रखा गया है आपको बता दें इसका वजन 1600 किलो होने के साथ इसकी कीमत 80 लाख रुपए तय की गई है जिस के कारण इस भैंसे को देखने के लिए दूरदराज के गांवों से लोग कृषि मेले में पहुंच रहे हैं.
रेड रॉट रोग से सुखी पड़ी गन्ने की फसल (Sugarcane crop dried up due to red rot disease)
गोरखपुर मंडल के किसानों को रेड रॉट बीमारी के चलते अनुपयुक्त हो चुकी 0238 प्रजाति का गन्ना बोने से भरी नुकसान उठाना पढ़ रहा है आपको बता दें लगभग 26 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोई गई गन्ने की फसल सूख गई है, तो वहीं औसत उपज के आधार पर किसानों को छह अरब 63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जिसके चलते चीनी मिलों को भी 40 प्रतिशत कम गन्ना मिलेगा जिसका असर चीनी उत्पादन पर भी पड़ेगा.