चौपट हो चुकी भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में जान फूंकने के लिए अब खुद RBI ने मोर्चा संभाल लिया है. कोरोना काल (Corona virus) में भारतीय अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान पहुंचा है. लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. अनेकों लोग बेरोजगारी के जंजाल में इस कदर फंस चुके हैं, उनके लिए वहां से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा हैं. वहीं, अब कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था को अपना सहारा बनाकर अपने भविष्य को ऊचाई तक पहुंचाना चुनौतिपूर्ण लग रहा है. इन्हीं सब परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अब RBI ने बड़ा कदम उठाया है.
आखिर क्या है RBI का बड़ा कदम
मुश्किल के इस दौर में RBI ने कोरोना लोन की शुरूआत की है. बहुत ही कम रेपो रेट पर अब लोग कोरोना लोन प्राप्त कर सकते हैं. कोरोना काल में RBI का यह कदम काफी प्रंसागिक माना जा रहा है. आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोविड से जुड़े उपकरण के लिए 50 हजार करोड़ के लोन की व्यवस्था की गई है, वो भी काफी किफायदी दर पर.
इतना ही नहीं, मुश्किल भरे इस दौर में बैंक ने वैक्सीन निर्माता, वैक्सीन आयतकों, ऑक्सीजन से संबंधित उपकरण के निर्माण में जुटे लोगों को अर्थ उपलब्धता मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार ने इस लोन की शुरूआत की है. इसकी सुविधा 31 मार्च 2022 तक रहेगी. कोरोना के इस दौर में आरबीआई द्वारा उठाया गया यह कदम खासकर उन लोगों के लिए काफी हितकारी साबित होने जा रहा है, जो वर्तमान में कोरोना से संबंधित उपकरण बनाने के कारोबार में शामिल हैं. यह लोग काफी कम रेपो रेट पर बैंक से लोन प्राप्त कर सकते हैं. आरबीआई ने कहा कि इसके तहत लोग 10 लाख से भी अधिक का लोन प्राप्त कर सकते हैं.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बेशक, इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि कोरोना काल में भारतीय अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान पहुंचा है. हमारी अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से चौपट हो चुकी है. ऐसे में आरबीआई द्वारा उठाया गया य कदम खासा मायने रखता है.