डिजिटिकरण के बाद देश में ऑनलाइन लेनदेन का चलन बढ़ता जा रहा है. छोटे दुकानों से लेकर बड़े-बड़े मॉल में भी हम ऑनलाइन पेमेंट मोड का इस्तेमाल करने लगे हैं, जिसे देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आईएमपीएस (IMPS) की सीमा को दो लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने की घोषणा की है.
आपको बता दें आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा करते हुए कहा, आईएमपीएस (IMPS) के जरिए किसी भी खाता धारक का कहीं भी कभी भी पैसे भेजे जा सकता हैं. अब तक इसकी लिमिट 2 लाख रुपये थी जिसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है.
आईएमपीएस की लिमिट बढ़ने से डिजिटल पेमेंट्स में तेजी आएगी और ग्राहकों को 2 लाख रुपये से अधिक डिजिटल पेमेंट्स करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएं भी दी जा रही है. केंद्रीय बैंक इसके लिए जल्दी ही अलग से जरूरी दिशानिर्देश जारी करेगा. आईएमपीएस यानी तत्काल भुगतान सेवा एक तत्काल इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सर्विस है. इसे मोबाइल फोन के जरिए किया जाता है. इसके लिए एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग आदि माध्यमों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
जानिए क्या है आईएमपीएस?
यह मुफ्त सेवा है और इसके जरिए बैंक ग्राहक को अपने अकाउंट से दूसरे व्यक्ति के बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. दास ने कहा कि आईएमपीएस सिस्टम की अहमियत को देखते हुए इसकी लिमिट प्रति ट्रांजैक्शन 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने का प्रस्ताव है. 15 मार्च 2021 से इनवार्ड आईएमपीएस ट्रांसफर पर कोई फीस नहीं लगती है.
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देश में ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से कहीं भी, कभी भी पैसे भेजे जा सकते हैं. ऑनलाइन बैंकिंग से पैसे ट्रांसफर करने के भी तीन तरीके होते हैं. इसमें आईएमपीएस (IMPS), एनईएफटी (NEFT), आरटीजीएस (RTGS) का नाम शामिल है. आईएमपीएस रियल टाइम पेमेंट सर्विस है. इसके जरिए किसी भी खाता धारक को कहीं भी कभी भी पैसे भेज सकते हैं. इसमें पैसे भेजने के वक्त को लेकर कोई पाबंदी नहीं है. आप हफ्ते के सातों दिन 24 घंटे में कभी भी आईएमपीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं.