मौजूदा वक्त में जैविक खेती की मांग काफी बढ़ गई है. आज हर कोई ऐसा खाद्य सामाग्री खरीदना चाहता है जो जैविक हो जिससे शरीर को कोई नुकसान न हो. किसान अब दोबारा जैविक खेती की ओर रुख करने लगे हैं. जैविक खेती से ना सिर्फ उपभोक्ता को फायदा होता है बल्कि किसान को भी इसमें अच्छे दाम मिल जाते हैं. किसान अब जैविक खेती करके काफी खुश हैं. उनका मानना है कि शुरू में जैविक खेती करने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है लेकिन थोड़े समय बाद ये अच्छा रिटर्न देती हैं. अब सरकार भी जैविक खेती की ओर ध्यान देने लगी है. सरकार समय-समय पर किसानों को प्रेरित करती है और इस पर अच्छा खर्च भी करती है. इसके अलावा कुछ जागरूक लोग भी हैं जो किसानों को जैविक खेती की फायदा बताकर उन्हें जैविक खेती करने हेतु जागरूक कर रहे हैं. उन्हीं में से एक उ.प्र के ग्राम डोमनपुर (शेरवा), जिला- भदोही के रंजन कुमार सिंह हैं. जो 1988 में कृषि में स्नातक करने के बाद कृषि क्षेत्र में विगत 20 साल से किसानों को जैविक खाद, पादप सुरक्षा के बारे में जागरुक कर रहे हैं.
ये खबर भी पढ़े: सिंचाई के लिए इस योजना के तहत सब्सिडी पर दिया जा रहा है कृषि उपकरण, 75% केंद्र और 25% राज्य सरकार वहन करेगी खर्च
रंजन कुमार सिंह की उपलब्धियां
-
2005 में कृषि प्रसार के लिए कृषि मंत्री द्वारा सम्मानित उ.प्र
-
2006 में नियाम डायरे जनरल द्वारा सम्मानित उ.प्र
-
2009 लखनऊ कृषि मंत्री द्वारा सम्मानित
-
2013 में कृषि मंत्री एसटीओ अशोक वाजपेयी द्वारा कृषि प्रसार सम्मान
-
2014 में मा. राज्यपाल द्वारा मृदास्वास्थ्य सम्मान दिया गया उ.प्र
-
2015 में कौशल विकास मंत्री द्वारा
-
2016 में नरेंद्रदेव कृषि विश्व विधालय के कुलपति द्वारा जागरूक कार्यक्रम चलाने के लिए मा. प्रधानमंत्री द्वारा गोद लिए गांव में कार्य किया लखनऊ कृषि मेला में
-
2017 में कृषि सेवा सम्मान सासंद आदर्श गांव वाराणसी जयापुर (मा. प्रधानमंत्री से गोद लिया गांव)
-
2018 में मृदास्वास्थ्य सेवा सम्मान गोरखपुर महोत्सव, पूर्व निदेशक द्वारा दिया गया है.
-
14 मार्च 2018 को कृषि मंत्री उ.प्र सूर्य प्रताप शाही द्वारा दिया गया लखनऊ IFFA AWARD
-
20 मार्च 2018 को जैविक खाद के लिए उत्कृष्ट कार्य के लिए कृषि मेला में सम्मानित, उ.प्र निदेशक द्वारा, गोरखपुर
-
2 अक्टूबर 2018 को स्वच्छता सेवा सम्मान एमएलए गोरखपुर द्वारा दिया गया
-
7 नवंबर 2018 को मृदा स्वास्थ्य सेवा सम्मान प्रधान जी द्वारा प्रधानमंत्री गांव जयापुर वाराणसी
-
17 नवंबर 2019 शिल्प मेला गोरखपुर में जैविक खाद के लिए सम्मानित (पर्यटक अधिकारी द्वारा)
-
13 मार्च 2019 महायोगी कृषि विज्ञान केंद्र सहभागिता प्रमाण पत्र कषि निदेशक द्वारा
-
गोरखनाथ मंदिर में वमी कम्पोस्ट
-
सासंद आदर्श गांव जयापुर वाराणसी (जागरूकता कार्यक्रम)
-
कृषि सेवा सम्मान सांसद आदर्श गांव प्रधान द्वारा जयापुर वाराणसी
-
7 नंबर 2019 कृषि सेवा सम्मान सांसद आदर्श गांव प्रधान द्वारा जयापुर वाराणसी (मा. प्रधानमंत्री गोद लिए गांव वाराणसी)
कृषि क्षेत्र में कार्य
-
उ.प्र के सभी जिले
-
सिक्किम को जैविक प्रदेश बनाने के लिए अहम योगदान
-
2002 से 2005 तक बहराइच में घाघरा नदी के किनारे गन्ना का क्षेत्रफल बढ़ाने में किसान के साथ कार्य करते समय एक किडनी कैंसर से निकाली जा चुकी है.
-
2005 के बाढ़ क्षेत्र में कार्य किया (गन्ना बुवाई में जागरूक किया)
कार्य क्षेत्र
-
सिक्किम, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात
-
स्वच्छता, जैविक खाद, पादप सुरक्षा, के लिए कार्य किया है.