कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको), एक भारतीय सहकारी समिति है जो खाद बनाती है और एशिया की प्रमुख उर्वरक निर्माता कंपनियों में से एक है. बृहस्पतिवार, 9 जनवरी 2020 को NCUI ऑडिटोरियम, नई दिल्ली में राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ सहकारी नेता डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव को कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) का एक बार फिर अध्यक्ष चुना गया. इसके अलावा निदेशक मंडल ने सहकारी क्षेत्र के वरिष्ठ नेता वी सुधाकर चौधरी को सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष निर्वाचित किया. बता दें कि कृभको की हुई विशेष बैठक में नौ निदेशकों का निर्वाचन हुआ. इसके बाद पुनर्गठित निदेशक मंडल ने डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव को सर्वसम्मति से अगले पांच साल के लिए कृभको (KRIBHCO) का अध्यक्ष निर्वाचित किया.
डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव जुलाई 1999 से मई 2010 तक अध्यक्ष रहे और कुछ समय के अंतराल के बाद फिर फ़रवरी 2015 से लेकर अभी तक अध्यक्ष हैं. खबरों के मुताबिक, कृभको के निदेशकों में डॉ. चंद्रपाल सिंह के अलावा डॉ. सुनील कुमार सिंह, डॉ. बिजेन्दर सिंह, आर.राजेंद्रा, परेश भाई पटेल, भंवर सिंह शेखावत एवं डॉ. सुधाकर चौधरी का सर्वसम्मति से निर्वाचन हुआ. एक निदेशक पद के लिए वाघजीभाई रघुनाथभाई बोड़ा एवं मगनलाल धनजीभाई वाडविया के बीच मतदान हुआ जिसमें मगनलाल धनजीभाई वाडविया निर्वाचित हुए.
इस अवसर पर डॉ. चंद्र पाल सिंह ने कहा, "मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मुझे KRIBHCO के अध्यक्ष के रूप में फ़िर से चुना गया है. यह मेरा विश्वास है कि हम अपने इच्छित लक्ष्यों को अगले पाँच वर्षों में पूरा करेंगे. मैं सभी निर्वाचित निदेशकों को बधाई देना चाहता हूं और KRIBHCO के विकास के लिए उनके साथ काम करने के लिए तत्पर हूं”.
किसानों को दिया संदेश
कृषि जागरण के साथ हुई बातचीत के दौरान नव निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. चंद्र पाल सिंह ने कहा, "किसानों को उर्वरक का संतुलित उपयोग करना चाहिए जोकि प्रकृति के साथ-साथ किसानों के लिए भी फ़ायदेमंद है." इसके साथ ही उन्होंने किसानों से जैव-उर्वरक चुनने का आग्रह किया.
डॉ. चंद्र पाल सिंह यादव के बारे में
डॉ. चन्द्र पाल सिंह स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय ठाकुर प्रसाद यादव के पुत्र हैं. ये 1981 में एक छात्र नेता के रूप में सुर्खियों में तब आए जब वे बुंदेलखंड कॉलेज, झाँसी के अध्यक्ष बने. इन्हें 1996 में यूपी विधानसभा में विधायक के रूप में चुना गया. उसके बाद 2004 में हुए 13 वें लोकसभा चुनाव में डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव झाँसी से चुने गए और संसद सदस्य बने. M.Sc., PHD, B.Ed. और एल.एल.बी. डिग्री धारक डॉ. सिंह ने अपना करियर 1984 में कॉलेज लेक्चरर के रूप में शुरू किया और बाद में वे यू.पी. सहकारी विपणन संघ (पीसीएफ़) और बुंदेलखंड विकास निगम के अध्यक्ष चुने गए.