राजस्थान सरकार ने किसानों के हित के लिए एक अनोखी पहल की है, जिसके तहत राज्य सरकार किसानों के लिए अलग से कृषि बजट पेश करने के लिए एक योजना बना रही है. इस योजना के तहत राज्य सरकार किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उनसे बातचीत करेगी. ऐसा देश में पहली बार हो रहा है कि कृषि बजट अलग से पेश किया जाएगा.
इसमें राज्य सरकार किसानों की राय भी लेगी. जानकारी के अनुसार, अधिकारी किसानों द्वारा बताए गए मुद्दों को राज्य सरकार के सामने संवाद में रखेंगे.
दरसल, कृषि बजट की तैयारियों को लेकर एक आयोजित बैठक हुई, जिसमें उन्होंने अजमेर संभाग के प्रगतिशील किसानों, पशुपालकों, मत्स्यपालकों, सहकारिता एवं डेयरी विशेषज्ञों से बातचीत की. इसमें कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के लिए कृषि बजट पेश करने जा रही है.
बता दें कि इस कृषि बजट में केवल वही प्रस्ताव शामिल होंगे, जो किसान चाहते हैं. इस सिलसिले में सभी संभागों के किसानों, पशुपालकों, डेयरी संचालकों और मछली पालकों से संवाद किया जा रहा है. इस संवाद में किसानों से पूछा जा रहा है कि वे क्या चाहते हैं? कृषि बजट की प्रकृति क्या होनी चाहिए? राज्य सरकार और किसानों के बीच बेहतर समन्वय कैसे स्थापित किया जाए और किसानों की क्या जरूरतें हैं?
कृषि बजट में शामिल होंगे सुझाव (Suggestions will be included in the agriculture budget)
इसी बीच कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने कहा कि संभाग स्तरीय कृषक संवाद का यह पहला कार्यक्रम अजमेर से शुरू किया गया है. संवाद में किसानों के द्वारा बताए गए मुद्दों को राज्य सरकार के सामने रखा जाएगा. इसके अलावा कार्यक्रम में किसानों द्वारा दिए गये सुझावों को प्राथमिकता व आवश्यकता के अनुसार कृषि बजट में शामिल किया जाएगा. वहीँ, दूसरी तरफ किसानों के सुझावों पर कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से चर्चा भी की जाएगी.
इस खबर को भी पढें - NABARD से किसानों को मिलेगा ज्यादा लोन, बढ़ेगी कृषि क्षेत्र में उद्यमिता
डेयरी किसान को किया गया सम्म्मानित (Dairy Farmer Honored)
वहीँ, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) आनन्द द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गाय-भैंसों की प्रमाणित स्वदेशी नस्लों की डेयरी करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया है. इसके साथ सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन तथा सहकारी एवं दुग्ध उत्पादक कंपनियों को पुरस्कार दिए गए. इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने गोपाल रत्न पुरस्कार की 9 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए. सुरेन्द्र आवाना को 5 लाख रुपए एवं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन राजेश बागड़ा को तृतीय पुरस्कार स्वरूप 2 लाख रुपए देकर सम्मानित किया गया.