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Updated on: 5 October, 2019 11:23 AM IST

राजस्थान  के पश्चिमी जिलों में टिड्डी  के प्रभाव से बर्बाद हुई फसलों का किसानों का मुआवजा  मिलेगा. दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने हाल ही में टिड्डी से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे करवाकर एनडीआरएफ (NDRF) के नियमों के अंतर्गत प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने सीएमओ में टिड्डी नियंत्रण को लेकर कृषि और आपदा राहत के अफसरों के साथ बैठक भी की. बैठक में मुख्यमंत्री गोहलत ने अफसरों से टिड्डी नियंत्रण और मौजूदा स्थिति का ब्यौरा लिया.

बैठक में बताया गया कि हवा का रुख बदलने के कारण टिड्डी का प्रभाव थोड़ा कम हो गया है, टिड्डी दल हवाएं पूर्व से पश्चिम की तरफ चलने के कारण वापस फिर से पाकिस्तान की ओर चला गया है. मुख्यमंत्री ने अफसरों से भविष्य में हवा का रुख वापस बदलने की आशंका पर अभी से तैयार रहने को कहा है.

हवा बदली तो मिली राहत

बता दे कि गत दो महीने से भी ज्यादा समय से सीमा पार कर पाकिस्तान से भारत आ रही टिड्डियों (Locusts) की प्रभाव से जूझ रहे राजस्थान (Rajasthan) के लिए ये राहत भरी खबर है. पिछले दो-तीन दिन से हवा का रूख बदलने की वजह से टिड्डियां अब वापस पाकिस्तान की ओर रुख कर रही हैं. माना जा रहा है कि इससे अब टिड्डियों की समस्या से कुछ राहत मिलने के आसार है.

सरकारी अनुदान भी मिलेगा कीटनाशक छिड़काव के लिए

सरकारी स्तर पर कीटनाशक छिड़काव के साथ अब किसानों को अपने खेतों को टिड्‌डी दलों के हमलों से बचाने के लिए सब्सिडी (Subsidy On Pesticides) भी दे रही है. यह सब्सिडी कीटनाशी रसायनों पर लागत का 50 फीसद या 500 रुपये (जो भी कम हो) प्रति हेक्टेयर दिया जा रहा है.

English Summary: Rajasthan government gave instructions, farmers will get compensation if locust ruins crop
Published on: 05 October 2019, 11:25 AM IST

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