गुजरात के अहमदाबाद में दो दिवसीय कार्यक्रम रबी कृषि महोत्सव-2023 का आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के किसानों को मार्गदर्शन किया गया और साथ ही जैविक खेती करने वाले किसानों को भी प्रोत्साहित किया गया. जानकारी के लिए बता दें कि इस महोत्सव में कृषि से संबंधित कई तरह की बेहतरीन प्रदर्शनी भी लगाई. इस अवसर पर गुजरात राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल और राजकोट के सांसद मोहनभाई कुंडरिया ने भी रबी कृषि महोत्सव-2023 में भाग लिया. साथ ही उन्होंने बीईडीआई एपीएमसी, राजकोट में किसानों की बैठक में भाग लिया. इस दौरान उनके साथ विधायक, पदाधिकारी एवं संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित थे. साथ ही इस कार्यक्रम में भारी संख्या में किसानों ने भाग लिया.
अहमदाबाद में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ जिले के सभी 9 तालुकाओं सहित सभी 246 तालुकाओं में दो दिवसीय 'रबी कृषि महोत्सव - 2023' मनाया गया. ऐसे में आइए रबी कृषि महोत्सव-2023 में क्या कुछ खास रहा इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-
गुजरात डबल डिजिल ग्रोथ हासिल करने में सफल
राज्यव्यापी 'रबी कृषि महोत्सव-2023' के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि एक समय था जब राज्य में कृषि को 'न्यूनतम' माना जाता था. किसान खेती छोड़ रहे थे. ऐसे नाजुक समय में तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने की प्रतिबद्धता के साथ कृषि महोत्सवों और मेलों की शुरुआत की. कृषि अनुसंधान को जमीन पर उतारने और किसानों को इसके लाभ को अधिकतम करने के लिए 'लैब टू लैंड' पहल से शुरू होकर, 2005 से शुरू किए गए कृषि उत्सवों ने कृषि में एक वास्तविक क्रांति पैदा की है. 15 कृषि महोत्सवों में 2 करोड़ किसानों को सलाह दी गई है और गुजरात डबल डिजिल ग्रोथ हासिल करने में सफल हुआ है. जहां पहले गुजरात कृषि क्षेत्र में काफी पीछे हुआ करता था. वहीं अब गुजरात कृषि से जुड़े लगभग हर एक कार्य में आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने देश और प्रदेश में कृषि क्षेत्र के विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों, वंचितों की चिंताओं को दूर करने और उनके विकास के लिए सेवा एवं सुशासन मंत्रालय के साथ तत्परता से काम कर रहे हैं. वंचितों और किसानों. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आधुनिक कृषि की ओर बढ़ने, किसानों को समसामयिक कृषि पद्धतियों से जोड़ने के निरंतर प्रयास किये गये हैं. इन प्रयासों को दर्शाते हुए कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय) कर दिया गया है.
देश और राज्य में कृषि विकास के लिए विभिन्न योजनाओं और पहलों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत छोटे-सीमांत किसानों को 6,000 रुपये की वार्षिक सहायता मिलती है. मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण, पशु स्वास्थ्य मेले, ब्याज मुक्त ऋण सहायता, उचित समर्थन मूल्य और आपदाओं के दौरान सुव्यवस्थित राहत पैकेज सहित कई किसान-हितैषी निर्णयों के कारण, राज्य में किसानों के बीच सकारात्मक बदलाव आया है. आज वे ड्रिप सिंचाई की उपलब्धता के कारण कई फसलों की खेती करके वास्तव में 'आत्मनिर्भर' बन गए हैं. यह सिंचाई सुविधा किसानों को अधिक उपज करने में सक्षम बनाती है.
गुजरात आज कृषि विकास में अग्रणी बन गया: कृषि मंत्री राघवजी पटेल
'रबी कृषि महोत्सव - 2023' के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि वर्ष 2005 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात में कृषि महोत्सव और कृषि मेलों की शुरुआत की, तब से राज्य सरकार कृषि विकास को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है. कृषि क्षेत्र में समर्पित प्रयासों में बड़े पैमाने पर वृद्धि हासिल करने और किसानों के उत्थान पर निरंतर ध्यान केंद्रित करने के लिए नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन के तहत प्रयासों ने महत्वपूर्ण परिणाम दिए हैं, जिससे गुजरात आज कृषि विकास में अग्रणी बन गया है.
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कृषि मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व और मार्गदर्शन में किसानों की आर्थिक खुशहाली के लिए कृषि, बागवानी और पशुपालन को बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं सक्रिय रूप से संचालित की जा रही हैं. राज्य सरकार ने कृषि यंत्रीकरण और कृषि उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बजट में वृद्धि की है, जो कृषि उत्पादकता बढ़ाने में योगदान करते हैं. विशेष रूप से, बागवानी उत्पादों को बढ़ावा देने के प्रयासों ने नए आयाम खोले हैं, जो सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कार्यक्रम के समापन के बाद राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने राजकोट का दौरा किया
राजकोट में रबी कृषि महोत्सव-2023 के तहत आयोजित कृषि प्रदर्शनी में राघवजी पटेल उपस्थित रहे और किसानों का मार्गदर्शन किया और सफल जैविक खेती करने वाले कृषकों द्वारा आयोजित फसलों एवं विधियों के प्रदर्शन का अवलोकन किया.
गुजरात आज देश का ग्रोथ इंजन बन गया
इस अवसर पर अपने संबोधन में, केंद्रीय संचार राज्य मंत्री और कृषि संसद सदस्य देवुसिंह चौहान ने उल्लेख किया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरित क्रांति के अग्रदूत, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कृषि मेले की शुरुआत की थी. डॉ. स्वामीनाथन ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री जो कर रहे हैं वह देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को करना चाहिए. गुजरात आज देश का ग्रोथ इंजन बन गया है; इसने कृषि सहित हर क्षेत्र की प्रगति में योगदान दिया है.