भारत में खेती-किसानी बड़े पैमाने पर होती है. यह हम सभी जानते हैं, लेकिन हमारे देश में भंडार करने की व्यवस्था बहुत ख़राब है. यानी हमारे देश के किसान बड़ी मेहनत के बाद फसल उगाते हैं, लेकिन भण्डारण की व्यवस्था न होने के कारण उनकी फसल कई बार मंडी में न पहुंचकर सड़ जाती है, इसलिए हमारे देश में स्टोरेज की इस गंभीर समस्या को देखते हुए वैज्ञानिकों ने पूसा फार्म सनफ्रिज का आविष्कार किया है. जिससे देश के हर किसान के पास अपना कोल्ड स्टोरेज होगा. इसके साथ ही उनकी फसल सड़ेगी नहीं, बल्कि समय रहते बाजारों तक पहुंच जायेगी.
पूसा फार्म सनफ्रिज क्या है?
भारत में कोरोना महामारी के दौरान भण्डारण की व्यस्था काफी ख़राब हो गयी थी, जिसके चलते किसानों की फसल खेतों में ही खराब हो गयी थीं. कुछ समय पहले हुई एक रिसर्च के मुताबिक, कटाई के बाद फसल का एक बड़ा हिस्सा भंडारण न होने के कारण खेतों में ही खराब हो जाता है. ऐसे में पूसा फार्म सनफ्रिज किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है. पूसा फॉर्म सनफ्रिज पूरी तरीके से भारत में ही तैयार हुआ है. इसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों ने अमेरिका के मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बनाया है. जिसे अब काफी कम दामों और सब्सिड़ी पर किसानों तक पहुंचाया जा रहा है.
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पूसा सनफार्म फ्रिज के हैं ये फ़ायदे
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इससे होने वाले फयदों की अगर बात करें, तो सबसे पहला है यह सौर उर्जा से चलता है, जिसके कारण बिजली की काफी बचत होती है.
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यह एक मिनी कोल्ड स्टोरेज है, जिसमें किसान आराम से 2 टन वजनी फसल का स्टोरेज कर सकते हैं.
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इस तकनीक को किसानों तक पहुँचाने के लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही, जिससे किसानों को इसे खरीदने में कोई दिक्कत न हो.
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पूसा फार्म सनफ्रिज में धान, मक्का जैसी फसलों के साथ-साथ सब्जी की फसलों को भी रखा जा सकता है.
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यह फ्रिज मेटल फ्रेम और प्लेट्स से बनाया गया है, जिससे इसका वजन काफी कम है और इसे आसानी से ले जाया सकता है.