जैविक खेती को आगे बढ़ाने और अधिक लोगों को जैविक खेती की दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए पंजाब को "जैविक इंडिया अवार्ड" के द्वितीय स्थान से नवाज़ा गया है. पहला स्थान मणिपुर जबकि तीसरा स्थान उत्तराखंड राज्य को प्राप्त हुआ. यह अवार्ड पंजाब एग्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर सिबिन सी. ने प्राप्त किया. दिल्ली में हुए समागम में व्यापार और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने ये पुरस्कार वितरित किए.
इस अवार्ड के लिए पंजाब का चयन पंजाब एग्रो द्वारा जैविक खेती को बड़े स्तर पर आगे बढ़ाने और इसके तरफ जागरूक करने प्रयासों की वजह से किया गया था. पंजाब सरकार अपनी एजेंसी पंजाब एग्री एक्सपोर्ट कार्पोरेशन के द्वारा भारत सरकार की विभिन्न स्कीमों के अंतर्गत जैविक खेती के साथ जुड़े किसानों को संस्थागत सहायता मुहैया करवाने के लिए ऑर्गेनिक प्रोग्राम चला रही है. पंजाब एग्रो की तरफ से किसानों की फ़सल के भंडारण में भी पूरी सहायता की जा रही है. जिसके अंतर्गत जैविक खेती के साथ जुड़े किसानों से सही रेट पर जैविक गेहूं, मक्का, बासमती और अन्य कई फसलें खरीदी जा रही हैं और भारत और बाकी देशों में इनकी बिक्री के लिए प्रमाणीकरण किया जा रहा है.
पंजाब में प्रामाणिक जैविक पैदावार के अंतर्गत 21 हज़ार किसानों की तरफ से 8 हज़ार एकड़ क्षेत्रफल में जैविक खेती को लाया जा चुका है और इसे किसानों द्वारा खूब प्रोत्साहन मिल रहा है.
दिल्ली जैविक समागम में कर्नाटक के कृषि मंत्री एन.एच. शिवशंकर रैड्डी, भारत सरकार के कृषि सचिव संजय अग्रवाल, कर्नाटक के कृषि सचिव महेश्वर राव और कर्नाटक के कृषि कमिश्नर डा. के.जी. जगदेशा आदि कई कृषि विभाग से जुड़े लोग उपस्थित थे.