Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 February, 2020 5:08 PM IST

इन दिनों गोरखपुर जेल की चर्चा हर तरफ हो रही है. इस चर्चा का विषय जेल के कैदी बने हुए हैं. आपने हमेशा जेल में कैदियों को सजा काटते देखा और सुना होगा, लेकिन गोरखपुर जेल से एक अनोखा किस्सा सामने आया है. दरअसल मंडलीय कारागार में कैदियों ने खेती की है. यहां कैदियों ने पत्ता गोभी उगाई है, जिसको प्रदेशभर में काफी पसंद किया जा रहा है. इसके अलावा जेल में कैदी ब्रोकली, फूलगोभी, बंद गोभी और आलू भी उगाते हैं.

कैदियों की उगाई पत्ता गोभी रही अव्वल

हर साल राजभवन में कृषि विभाग की ओर से प्रादेशिक फल, शाकभाजी और पुष्प प्रदर्शनी लगती है. इस प्रदर्शनी में प्रदेश की कई जेलों और विभागों के कृषि उत्पादों के स्टाल लगाए जाते हैं. इनमें मंडलीय कारागार के कैदियों की उगाई पत्ता गोभी अव्वल आई है. इस साल गोरखपुर जेल प्रशासन की ओर से इस प्रदर्शनी में कैदियों द्वारा उगाई पत्ता गोभी का स्टाल लगाया गया, जोकि लोगों को काफी पसंद आया है. बता दें कि साल 2019  में गोरखपुर जेल के कैदियों द्वारा उगाई गई ब्रोकली को पहला स्थान मिला था. इस बार प्रदर्शनी में पत्ता गोभी का स्टाल लगाया गया, जो प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है.

करीब 1750 कैदी करते हैं खेती

आपको बता दें कि गोरखपुर कारागार में इस वक्त लगभग 1750 कैदी हैं. उनसे खेती के साथ-साथ  अन्य श्रम कार्य भी कराए जाते हैं. यहां जेल में कैदियों ने खेतीबाड़ी को अपना आधार बनाया है. कैदी जेल में ही ब्रोकली, फूलगोभी, बंद गोभी और आलू की बुवाई करते हैं. इसक उपयोग कैदियों के भोजन के लिए होता है.

ये खबर भी पढ़ें: मिट्टी से बना कूल चेम्बर रखेगा फल-सब्जियों को सुरक्षित, लागत सिर्फ 500 रूपये

English Summary: prisoners cultivated cabbage in the prison
Published on: 26 February 2020, 05:11 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now