भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उत्तराखंड के दौरे पर हैं. जहां आज वह पार्वती कुंड और जागेश्वर धाम में पूजा करने के बाद पिथौरागढ़ से उत्तराखंड के लिए 4200 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण भी किया. परियोजनाओं में कृषि आधारित और ग्रामीण विकास जैसी योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया. सरकार इस परियोजना के आधार पर ही 21,398 पॉली-हाउस के निर्माण की योजना को तैयार कर रही है. प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “देवभूमि उत्तराखंड के जन-जन के कल्याण और राज्य के तेज विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है.”
प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान उत्तराखंड के पारंपरिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी मंचन किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में 4500 करोड़ की परियोजनाओं का भी शिलन्यास किया. प्रधानमंत्रीं ने ने रिमोट के बटन को दबा उत्तरखंड को 4500 करोड़ की परियोजनाओं को हरी झंडी दी.
स्वागत में पहनी पहाड़ी टोपी
भारतीय संस्कृति विविधताओं से भरी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने पिथौरागढ़ में भी यहां के लोगों के सम्मान में उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी को पहन कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. प्रधानमंत्री को पहाड़ी टोपी को वहां के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मान पूर्वक पहनाई. आपको जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी पिथौरागढ़ एयपोर्ट से सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचे जहां उनके स्वागत में स्थानीय लगों के द्वारा छलिया नृत्य के साथ उनका स्वागत किया गया. आपको जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस जागेश्वर धाम के दर्शन किए थे वह मूर्ती लगभग 6200 फुट की ऊँचाई पर स्थित है.
ग्रामीण विकास, सड़क, सिंचाई जैसी परियोजनाओं पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने जागेश्वर धाम के दर्शन कर उत्तराखंड को 4500 करोड़ की परियोजनाओं का शिलन्यास किया. इन परियोजनाओं में ग्रामीण विकास, बागवानी, सिंचाई, पेयजल, शिक्षा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों से जुड़ी लगभग 4,200 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं को शामिल किया जायेगा. सरकार इन परियोजनाओं को जल्द ही प्रदेश के विकास के लिए अलग-अलग क्षेत्रों को बढ़ाने में लगाएगी.
इन ख़ास योजनाओं पर रहेगा ज्यादा जोर
इस परियोजना के अंतर्गत सबसे पहले जिन योजनाओं को संचालित किया जायेगा उनमें नौ जिलों में बीडीओ कार्यालय के 15 भवन और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में 76 सड़कों का निर्माण और 25 पुलों के निर्माण की योजना है. इसके साथ ही सरकार 21,398 पॉली-हाउस बनाने की योजना भी बना रही है.
सरकार इन सभी के साथ ही कई अन्य योजनाओं को भी लागू करने के विचार में है. जिनके चलते ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों की मूलभूत जरूरतों को पूरा किया जा सके.