Budget 2021: इस समय देश के बजट की तैयारियां ज़ोरो पर है. 1 फरवरी को इसे संसद (Parliament) में पेश किए जाने की संभावनाएं हैं. आम बजट 2021 (Budget) की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. जहां एक तरफ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सभी सेक्टर के एक्सपर्ट से राय ले रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ आज यानी 8 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) देश के जाने माने इकोनॉमिस्ट्स (Economists) और अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों (Sector Experts) के साथ एक अहम बैठक करेंगे.
नीति आयोग ने किया बैठक का आयोजन
पीएम नरेंद्र मोदी इस बैठक में इकोनॉमिस्ट और एक्सपर्ट्स से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सुझाव लेंगे. गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से देश में कई तरह के संकट से पैदा हुए. इन हालातों को सुधारने पर भी सरकार का जोर रहेगा. विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों के सुझावों को आगामी बजट 2021 में तरजीह दी जा सकती है. आपको बता दें कि इस बैठक का आयोजन सरकार नीति आयोग (Niti Aayog) द्वारा किया गया है. जिसमें नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajiv Kumar) और नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत (Amitabh Kant) भी शामिल होंगे. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को होने वाली इस मीटिंग में बजट 2021 और देश की इकोनॉमी पर अर्थशास्त्रियों से सलाह लेंगे.
किसानों की आशंकाओं को कैसे दूर करेगी सरकार?
नए कृषि कानूनों समेत किसानों के कई मुद्दे और आशंकाए हैं, जिनका समाधान निकालना सरकार के लिए बेहद जरूरी है. बजट 2021 में वित्त मंत्री के पास किसानों की आशंकाओं को दूर करने की चुनौती रहेगी. इसमे ये भी देखने वाली बात होगी कि किसानों को लेकर जो पिछली योजनाएं चल रही है उनमें सरकार क्या अपडेट लाएगी और नई योजनाएं कौनसी होंगी, क्या नए कृषि कानूनों पर हो रहे किसानों के प्रदर्शन का दौर इस बजट के बाद शांत हो पाएगा.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) को आज 40 दिन से ज्यादा हो चुके है. सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद किसान मानने को तैयार नहीं है. सरकार और किसान नेताओं के बीच 8 दौर की बातचीत होने जा रही है. किसान नेताओं के साथ 8वें दौर की बैठक से पहले कृषि मंत्री ने जल्दी हल निकलने की उम्मीद जताई है. कृषि मंत्री ने कहा, ''मुझे उम्मीद है कि सकारात्मक माहौल में चर्चा होगी और जल्दी ही कोई हल निकलेगा. चर्चा के दौरान दोनों पक्षों को किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कदम उठाने होंगे.''