अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 April, 2020 11:58 AM IST

देश में कोरोना वायरस की जंग जारी है. इस महामारी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, इसलिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी है. इस वक्त कोरोना संकट ने देश के अन्नदाता और आम जनता की कमर तोड़ दी है. एक तरफ किसान रबी फसलों की कटाई कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ उन्हें कोरोना संक्रमण का खतरा सता रहा है. ऐसे में पीएम मोदी ने लॉकडाउन खत्म होने के आज आखिरी दिन अपने संबोधन में आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप का जिक्र किया है. यह ऐप कोरोना के संक्रमण से बचाने में मदद करेगा, इसलिए उन्होंने अनुरोध किया है कि न केवल किसान, बल्कि सभी इस ऐप को डाउनलोड कर इसका इस्तेमाल करें. आज हम इस लेख में आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.

क्या है आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप?

यह मोबाइल ऐप बहुत खास है, क्योंकि इसके द्वारा कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाया जा सकता है. यह मोबाइल ऐप ब्लूटूथ, लोकेशन और मोबाइल नंबर द्वारा संचालित किया जाता है. बता दें कि यह ऐप एंड्रॉयड और आईओएस, दोनों पर उपलब्ध है.

आरोग्‍य सेतु ऐप का इस्‍तेमाल कैसे करना है?

  • सबसे पहले अपने मोबाइल में आरोग्‍य सेतु ऐप को डाउनलोड करें.

  • ऐप को इंस्टॉल करने के बाद अपनी भाषा का चुनाव करें. बता दें कि यह ऐप अंग्रेजी और हिंदी समेत 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्‍ध है.

  • अब एक पेज खुलकर सामने आएगा. इस पेज पर दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें. इसके बाद 'रजिस्‍टर नाउ' बटन पर टैप करें.

  • इस ऐप को चलाने में ब्‍लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ती है, इसलिए मोबाइल में इनमें से एक विकल्प को खोल दें.

  • इसके बाद ऐप में अपने मोबाइल नंबर डालकर ओटीपी से वेरिफाई कर लें.

  • अब एक वैकल्पिक फॉर्म खुलकर सामने आएगा. इसमें अपना नाम, उम्र, पेशा और पिछले 30 दिनों के दौरान आपकी विदेश यात्रा के बारे में पूछा जाएगा. इसकी पूरी सही जानकारी भर दें. बता दें कि आप इस फॉर्म को स्किप भी कर सकते हैं. इस तरह आपके मोबाइल में आरोग्‍य सेतु ऐप से जुड़ी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.

आरोग्‍य सेतु ऐप इस तरह दिखाएगा ख़तरा

यह ऐप हरे और पीले रंग के कोड में जोखिम के स्‍तर को दिखाता है. इतना ही नहीं, यह आपको सुझाव देगा कि उस वक्त आपको क्‍या करना चाहिए. अगर यह ऐप आपको ग्रीन सिगनल देता है, तो इसका साफ मतलब है कि 'आप सुरक्षित हैं', आपको कोई खतरा नहीं है.

आरोग्‍य सेतु ऐप में पीला रंग खतरे की घंटी

अगर यह ऐप आपको पीले रंग में दिखाई दे, तो इसका मतलब है कि 'आपको जोखिम है' और आपको हेल्‍पलाइन नंबर पर संपर्क करना चाहिए.

आरोग्‍य सेतु ऐप से पूछ सकते हैं सेहत से जुड़े सवाल

खास बात है कि इस ऐप में आप 'सेल्‍फ एसेसमेंट टेस्‍ट' फीचर का इस्‍तेमाल भी कर पाएंगे. इसके लिए ऑप्‍शन पर क्लिक करें. इसके बाद एक चैट विंडो खुल जाएगी. इसमें आप से अपनी सेहत और लक्षण से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे.

हेल्‍पलाइन नंबर भी बताएगा ऐप

अगर आपको कोरोना संक्रमण का खतरा महसूस होता है, तो आप ‘कोविड-19 हेल्‍थ सेंटर्स’ बटन पर क्लिक करें. इसके बाद अपनी लोकेशन तक पहुंचने के लिए आपको स्‍क्रॉल डाउन करना होगा.आपको बता दें कि देश के पीएम मोदी किसानों को राहत पहुंचाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं. इसमें से एक आरोग्य सेतु ऐप भी है.

ये खबर भी पढ़ें: Vegetable Irrigation: किसान सब्जियों की खेती में सिंचाई कब और कैसे करें, पढ़ें पूरी जानकारी

English Summary: PM Modi appeals to download Arogya Setu App to avoid Corona
Published on: 15 April 2020, 12:04 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now