बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान से जुड़ी सभी जानकारी, जानें कब, कैसे और किस प्रक्रिया का करें इस्तेमाल 150 रुपये लीटर बिकता है इस गाय का दूध, जानें इसकी पहचान और विशेषताएं भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 19 February, 2021 6:34 PM IST
प्लम की खेती

मानव का श्रम और प्रकृति का योगदान मिलकर किसी भी फसल को उगाने में सहायक साबित होते हैं. अगर दोनों में से किसी भी गतिविधि में शिथिलता पाई गई, तो फसलों पर इसका सीधा नकारात्मक असर दिखता है. अभी कुछ ऐसा ही हो रहा है प्लम किसानों के साथ भी..जी हां, उत्तर प्रदेश में प्लम उगाने वाले किसानों को मौसम की मार का सामना करना पड़ रहा है. प्रकृति उनका साथ नहीं दे रही है, जिसका सीधा असर उनके द्वारा उगाई गई फसलों पर पड़ रहा है. आलम यह है कि असमय मौसम की मार से प्लम के पोधों पर फूल आना शुरू हो गए हैं.

वहीं, अगर आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज बदला और बारिश हो गई, तो समझिए लीजिए कि प्लम की खेती की पूरी स्थिति बिगड़ी जाएगी. खैर, अब आगे चलकर मौसम क्या रूख अख्तियार करती है, यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इससे पहले हम आपको बताते चले कि शिमला जिले के जुब्बल निवासी एवं बागवानी विवि नौणी के पूर्व वाइस चांसलर विजय सिंह ठाकुर ने मौसम के बदले रूख पर क्या कहा? उन्होंने कहा कि 7300 फीट की ऊंचाई पर उनके बगीचे में करीब एक महीने पहले उनकी बगीचे में फ्लवरिंग होना शुरू हो गई. जमीन पर तापमान के अभाव यह सब कुछ हो रहा है. इसके अतरिक्त इस संदर्भ में अतरिक्त जानकारी देते हुए हिमाचल प्लम ग्रोवर फोरम के संस्थापक दीपक सिंघ कहते हैं कि समय से पूर्व फूल आने से फसलों पर इसका नकारात्मक असर दिखेगा.  

इसके साथ ही उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. देशराज शर्मा कहते हैं कि तापमान में वृद्धि होने की वजह से भी फसल में फ्लवरिंग देखने को मिल रही है. अगर मौसम का यह सिलसिला यूं ही जारी रहा तो फिर प्लम पर फूल लगने का यह सिलसिला भी यूं ही जारी रहेगा. खैर, अब प्लम की खेती पर मौसम का क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही तय करेगा.  

 

English Summary: plum crops may damage due to temperature
Published on: 19 February 2021, 06:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now