जहां एक तरफ रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. तो वहीं एक तरफ अब इस युद्ध के घातक परिणाम बाकी देशों पर देखने को मिलते जा रहा हैं. भारतीय बाजार में भी इस युद्ध के कारण महंगाई के आसार बनते जा रहे हैं.
भारत में जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पिछले कई दिनों से पेट्रोल-ईंधन के दाम नहीं बढ़े थे, लेकिन अब एक रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले 11 दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम में लगभग 12 रुपए तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती हैं.
16 मार्च से 12 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल (12 per liter petrol-diesel from March 16)
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, पेट्रोल और डीजल के दामों में 16 मार्च तक 12 रुपये प्रति लीटर से अधिक दाम बढ़ने की जरूरत है.
उधर, वहीं ब्रोकरेज कंपनी जे.पी. मॉर्गन ने भी इस विषय पर अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि अगले हफ्ते तक यूपी में विधानसभा चुनाव पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे. जैसे कि आप सब जानते हैं कि यूपी में सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 तारीख को होना है और फिर 10 मार्च को मतगणना की जाएगी. इसके बाद यूपी में विधानसभा चुनाव समाप्त हो जाएंगे और फिर राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते जाएंगे.
रिपोर्ट के अनुसार, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के आधार पर पेट्रोल- डीजल अंतरराष्ट्रीय दामों पर 16 मार्च से शुद्ध मार्जिन को घटाकर 10.1 रुपये प्रति लीटर और फिर वहीं एक अप्रैल से इनके दाम 12.6 रुपए प्रति लीटर तक जा सकते है.
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आपको बता दें कि घरेलू स्तर पर ईंधन की कीमतें पर तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर सीधा असर होता है. क्योंकि भारत तेल का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा आयात करता है.
बता दें कि पेट्रोलियम मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली सभी पेट्रोलियम योजना के मुताबिक, भारत ने जो भी कच्चा तेल खरीदा था.
उन सभी के दाम 3 मार्च को 117.39 डॉलर प्रति बैरल तक हो गया था और वहीं ईंधन के दाम साल 2012 के बाद से सबसे ज्यादा रहा है. इसी को देखते हुए पिछले साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बढ़ते दामों पर रोक लगा दी थी. उस समय देश में कच्चे तेल का औसत कीमत लगभग 81.5 डॉलर प्रति बैरल रहा था.