PM-Kisan: 9.5 करोड़ किसानों के लिए खुशखबरी, पीएम मोदी कल जारी करेंगे पीएम-किसान की 18वीं किस्त केंद्र ने क‍िसानों के ल‍िए खोला खजाना,1 लाख करोड़ रुपये की दो कृषि योजनाओं को मिली मंजूरी, जानें कैसे मिलेगा लाभ Good News: देश में खाद्य तेल उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा, केंद्र सरकार ने इस योजना को दी मंजूरी केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक पपीता की फसल को बर्बाद कर सकता है यह खतरनाक रोग, जानें लक्षण और प्रबंधित का तरीका
Updated on: 19 April, 2021 6:28 PM IST
Delhi Lockdown

राजधानी दिल्ली में फिर से हालात बेकाबू हो चुके हैं. संक्रमण के मामले अपने चरम पर पहुंचने पर आमादा हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvidn  Kejriwal) ने उपराज्यपाल संग बैठक कर आगामी 6 दिनों तक लॉकडाउन (  6 Days  Lockdown in Delhi) लगा दिया है. दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद से एक बार से हर कोई खौफ में है. बेशक, केजरीवाल इसे महज 6 दिनों का लॉकडाउन बता रहे हैं, मगर लोगों  में इस बात को लेकर खौफ है की कहीं इसे आगे न बढ़ा दिया जाए. यह तो साफ है कि अगर संक्रमण के मामले इन 6 दिनों में नहीं थमे तो मजबूरन दिल्ली सरकार को कोई कड़ा फैसला लेने पर बाध्य होना पड़ सकता है. ै

अगर ऐसा हुआ, तो समाज के गरीब तबके के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, दिल्ली में लॉकडाउन का ऐलान होते ही शराब सहित बीड़ी गुटखों की दुकानों पर भी लोगों की आमद बढ़ गई है. लोग वहां जाकर इसकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं.

वहीं, शराब, बीयर के अलावा लोग आम जरूरतों की भी अभी से ही जमकर खरीदारी कर रहे हैं. जब खऱीदारी कर रहे लोगों से इसकी वजह पूछी गई, तो उन्होंने कहा,' यह सब  हम इसलिए खऱीद रहे हैं, ताकि आने वाली समस्याओं का सामना करने के लिए हम अभी से ही अपने आपको तैयार कर सके'. दरअसल, लोगों को इस बात का खौफ सता रहा है कि कहीं यह लॉकडाउन आगे न बढ़ जाए. हालांकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने बयान साफ कर चुके हैं कि, 'यह लॉकडाउन छोटा है. लिहाजा, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस दौरान हम अपनी लचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने का काम करेंगे.

बढ़ गए शराब-बीयर के दाम

यहां हम आपको बताते चले कि दिल्ली में लॉकडाउन के बाद शराब सहित बीयर की दुकानों पर लोगों की आमद अपने चरम पर पहुंच गई. एकाएक बढ़ी शराब की डिमांड से कल तक 70 से 100 रूपए में बिकने वाली शराब और बीयर की कीमत 250 से 300 रूपए तक पहुंच चुकी है. इसके इतर आम जरूरतों की वस्तुओं की कीमत में भी इजाफा दर्ज किया जा रहा है. यह सब कुछ महज पल भर में ही हुआ है. लोग इसकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें इस लॉकडाउन के आगे बढ़ाए जाने का भी शक है. अगर ऐसा हुआ, तो यकीनन गरीब तबके के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

 जारी हो चुके हैं दिशानिर्देश

हालांकि, दिल्ली में लगाए गए लॉकडाउन के संदर्भ में लागू किए गए दिशानिर्देश के मुताबिक, यातायात सहित स्वास्थ्य व्यवस्थाएं जारी रहेगी. रेलवे स्टेशन, बस, हवाई अड्डों की सेवाएं जारी रहेंगी. सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की  समस्याओं का सामना न करना पड़े.

                                             

कैसे हैं दिल्ली में कोरोना के हालात

राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इससे भी ज्यादा चिंता का सबब यह है कि दिल्ली के  अस्पतालों में लगातार बेडों की संख्या में कम पड़ रही है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में लाचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है, जिसको ध्यान में रखते हुए अब केजरीवाल सरकार ने यह फैसला लिया है. केजरीवाल सरकार का यह दावा है कि इस बीच हम अपनी लचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने का काम करेंगे. खैर, अब दिल्ली में कोरोना का तांडव कब तक विराम लेता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.

English Summary: people are in fear after imposing lockdown in delhi
Published on: 19 April 2021, 06:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now