सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही में पारादीप फॉस्फेट्स लिमिटेड का नेट प्रॉफिट 70.83 प्रतिशत घटकर 51.10 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले वर्ष की अवधि तक कंपनी का प्रॉफिट 175.19 करोड़ रुपये था. रेवेन्यू में आई कमी से फर्टिलाइजर कंपनी के प्रबंधन में चिंता है.
कंपनी का नेट प्रॉफिट 70.83 प्रतिशत घटकर 51.10 करोड़ रुपये रह गया है. सूचना के अनुसार, कंपनी के खर्च में हुई बढ़ोतरी से नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है. एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 175.19 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था.
इसी साल कंपनी ने आइपीओ किया था लांच
एक नियामकीय सूचना के अनुसार नेट प्रॉफिट में गिरावट का कारण कंपनी के खर्च में हुई बढ़ोतरी है. कंपनी की कुल आय पिछले वित्त वर्ष सितंबर की दूसरी तिमाही तक 1937.61 करोड़ रुपये से बढ़कर इस बार 2869.81 करोड़ रुपये हो गई है. मई 2022 में लॉन्च हुए पारादीप फॉस्फेट के आईपीओ का शेयर प्राइस बैंड 39-42 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. आईपीओ वाले निवेशक अब प्रति शेयर 21 रुपये तक के मुनाफे में हैं.
इसी साल मई माह में पारादीप फॉस्फेट का आईपीओ लांच हुआ था. शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद कंपनी ने आईपीओ पर दांव लगाने वाले निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है.
पारादीप फॉस्फेट फर्टिलाइजर डीएपी, एन-10, एन-11, एन -14, एन-19, एन -20 और एन-28 सहित फॉस्फेटिक ग्रेड की विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करता है. गोवा राज्य में स्थित कंपनी के प्लांट में यूरिया का भी निर्माण हो रहा है. कंपनी फॉस्फो जिप्सम, जिपमाइट, हाइड्रोफ्लोरोसिलिक एसिड (एचएफएसए) और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे कैमिकल्स की देश में प्रमुख आपूर्तिकर्ता भी है.
ये भी पढ़ें- क्रिसिल की रिपोर्ट में प्याज उत्पादन 13 प्रतिशत घटने का अनुमान, आने वाले दिनों में आम आदमी की जेब पर पड़ेगा असर
कंपनी के एक शेयर का भाव 15 सितंबर 2022 को 72 रुपये तक गया था, जो 52 सप्ताह में सबसे ज्यादा है. कंपनी ने 1500 करोड़ रुपये के एक आईपीओ की आय का हिस्सा गोवा में स्थित फर्टिलाइज प्लांट के पूर्ण अधिग्रहण करने के लिए इस्तेमाल किया था.