खरीफ का सीजन शुरू हो चुका है, इसके मद्देनज़र कृषि विभाग भी सक्रिय हो गया है और कृषि विभाग ने धान की रोपाई करने के लिए समय निर्धारित कर दिया है. धान की खेती (Paddy Farming) के लिए कृषि विभाग ने 15 जून की डेट लाइन निर्धारित की हुई है. इससे पहले धान की रोपाई (Transplantation of Paddy) करने वाले किसानों को नोटिस जारी होगी. इसी के साथ धान की फसल लगाई तो किसानों के खिलाफ कृषि विभाग कार्रवाई करेगा और खेत में खड़ी फसल को उखड़वा दिया जाएगा.
सिरसा में तैयार की गई योजना
दरअसल सिरसा में हर वर्ष करीबन 82 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती की जाती है. कृषि विभाग हर बार 15 जून के बाद ही धान की फसल लगाए जाने की डेटलाइन निर्धारित करता है, लेकिन पिछले वर्ष अनेक किसानों ने विभाग के आदेशों को नकारते हुए समय पूर्व धान की रोपाई कर दी थी.
इस बार ऐसे हालात न बने इसी लिए कृषि विभाग की टीमें गठित कर दी गई है. खंड कृषि अधिकारी व कृषि विभाग के नेतृत्व में खेतों में जाकर निरीक्षण करेगी.
गौरतलब है कि गर्मी के दिनों में पानी की खपत बढ़ जाती है. जिससे शहर व गांवों में पीने वाले पानी की समस्या भी बढ़ जाती है. नहरों व माइनरों में बाराबंदी के हिसाब से पानी छोड़ा जाता है. जिसके तहत नहरों व माइनरों में 16 दिन बंद रहता है. इसके बाद 16 दिन पानी छोड़ा जाता है. वहीं धान की फसल में सर्वाधिक पानी की खपत होती.
जितना पानी प्रयोग होता है, गर्मी ज्यादा होने से कई गुणा पानी वाष्पीकरण हो जाता है. धान की फसल के लिए किसान खेत में पानी रखते हैं. यही पानी अत्याधिक तापमान की वजह से वाष्पीकरण के माध्यम से उड़ जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसान धान की पनीरी तैयार करने के लिए नर्सरी लगा सकते हैं.
15 जून से पहले किसान धान की रोपाई नहीं कर सकते. यदि किसान समय से पहले धान की रोपाई करेंगे. उनको नोटिस जारी किया जाएगा. इसके बाद कार्रवाई होगी. किसान समय से पहले धान की रोपाई न करें, इसके लिए टीम गठित कर दी है.
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