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Updated on: 15 November, 2022 3:05 PM IST
जैविके खेती का केंद्र बनेगी संगम नगरी, यहां खुलेगा राज्य का पहला आर्गेनिक प्रॉडक्ट बाजार

Organic Farming: भारत में बढ़ती आबादी के चलते बाजार में हर वस्तु की मांग में वृद्धी हो रही है. संसाधन तो सीमित ही हैं, मगर उस पर उत्पादित वस्तुओं की मांग बढ़ती ही जा रही है. यहीं वजह है कि आज का बाजार अनआर्गेनिक खाद्य वस्तुओं का हब बनते जा रहा है. किसान अपनी सीमित जमीन में कैमिकल फर्टिलाइजर व अन्य खाद की मदद से कम समय व कम लागत में अधिक उत्पादन करते हैं. 

जिससे किसानों को लाभ तो जरूर मिलता है, मगर वह जमीन व आम लोगों की सेहत के लिए हानिकारक होता है. चिकित्सकों का कहना है कि अनआर्गेनिक फूड से खतरनाक बीमारी जैसे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. जिसे लेकर अब देश के कई किसान जैविक खेती (organic farming) की ओर रुख कर रहे हैं. जिसके लिए उत्तर प्रदेश में पहली जैविक मंडी बनाने की पहल की गई है.

उत्तर प्रदेश का पहला आर्गेनिक प्रॉडक्ट बाजार

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की मुंडेरा मंडी में संगम आर्गेनिक नाम का बाजार स्थापित किया जाएगा, जो कि राज्य का पहला  जैविक बाजार होगा. खास बात यह कि इसे ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से संचालित किया जा सकता हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस बाजार से गंगा किनारे बसे 112 गांवों के 4000 से अधिक किसानों को इसका लाभ मिलेगा, जो पूरी तरह से जैविक रूप से सब्जियां उगाते हैं. इसले अलावा वहां के किसान तिलहन, ज्वार, बाजरा, दलहन व फलों आदि की खेती भी करते हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इन्हें आर्गेनिक खेती करने के सर्टिफिकेट से भी नवाजा है. यह बाजार नवंबर के मध्य तक खुल सकता है.

घर तर पहुंचेंगी ताजी सब्जी

अक्सर देखा गया है कि किसान सब्जियों को मंडी में लाने से एक दिन पहले ही सब्जी को तोड़ लेते हैं. जिसके बाद सब्जियों को आम जनता के लिए मंडी से छोटे- छोटे बाजारों तक लाया जाता है. जिसमें अमूमन 1 से 2 दिनों का समय लगता है. लेकिन अब आप इस बाजार के माध्यम से ताज़ी सब्जियां अपने घर पर पा सकते हैं. बता दें कि इसकी थीम भी सब्जी खेत से रसोई तक रखी गई है. जैविक खेती करने वाले किसानों को ऐप की सुविधा दी जा रही है, जिसके माध्यम से ताज़ी सब्जी सीधे लोगों के घरों तक पहुंच जाएगी.

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क्लीनिकल टेस्ट की सुविधा

आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रयागराज में 3790 हेक्टेयर से अधिक भूमि में खेती की जाती है. यहां से आने वाली सब्जियों का क्लिनिक टेस्ट भी  अधिकारियों द्वारा करवाया जाएगा. जो सब्जियां इस टेस्ट में पास होंगी उन्हें जैविक इंडिया का लोगो दिया जाएगा. इसके बाद किसान पूरे देश में अपनी सब्जियों का व्यापार कर सकते हैं. इसे लेकर कृषि विभाग कई कंपनियों से साथ बातचीत कर रहा है. उम्मीद है कि जल्द इसे लेकर निर्णय आ जाएगा.

English Summary: Organic Farming: Sangam city will become the center of organic farming, state's first organic product market will open here
Published on: 15 November 2022, 03:14 PM IST

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