राजस्थान सरकार किसानों व आम नागरिकों की मदद के लिए आए-दिन वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी देकर राज्य को प्रगतिशील बना रही है. जैसा कि आप जानते हैं कि हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीज मिनिकिट निःशुल्क वितरित (Seed Minikit distributed Free of Cost) के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.
जिसमें राज्य के लगभग 23 लाख से अधिक लघु एवं सीमांत किसानों को उनकी प्रमुख फसलों के प्रमाणित किस्मों के अच्छे बीज की सुविधा प्राप्त हो सके. जिसमें उन्होंने बताया था कि प्रदेश के किसान भाइय़ों को संकर मक्का (Hybrid Maize) के 5 किग्रा, सरसों (Mustard) के बीज 2 किग्रा, मूंग व मोठ के बीज (Moong and Moth Seeds) 4-4 किग्रा एवं तिल के 1 किग्रा प्रमाणित किस्मों के बीज निःशुल्क मिलेंगे. ताकि वह अपनी फसल से अच्छी कमाई कर सकें. इसी कड़ी में अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने एक और प्रस्ताव को मंजूरी दी.
16.97 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मिली मंजूरी
राज्य सरकार ने प्रदेश के आंगनबाड़ी की स्थिति में सुधार करने के लिए 16.97 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसे प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) में नये तकनीकों के उपकरणों को लगाया जाएगा. अनुमान है कि सरकार के इस बजट से केंद्रों के बच्चों सहित कर्मचारियों की स्थिति में भी सुधार पर जोर दिया जाएगा.
आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेंगे यह उपकरण
सरकार के द्वारा जारी की गई अपडेट के मुताबिक, राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों को विभिन्न तरह के पोषण वृद्धि निगरानी उपकरण के लिए मदद की जाएगी. इसके लिए केंद्रों में इन्फैंटोमीटर, स्टेडियोमीटर, वजन मापने की मशीन आदि तकनीक उपलब्ध होंगी.
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इसके अलावा केंद्रों में शिशु एवं माताओं के वजन, उनकी लंबाई सहित विभिन्न पोषण सूचकांकों की सटीक जानकारी के लिए भी उपकरण मौजूद होंगे. साथ ही इन्हें वांछित पोषण भी दिया जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सूचना सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की है.