Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 31 May, 2023 1:21 PM IST
आंगनबाड़ी केंद्रों में होंगे पोषण वृद्धि निगरानी उपकरण

राजस्थान सरकार किसानों व आम नागरिकों की मदद के लिए आए-दिन वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी देकर राज्य को प्रगतिशील बना रही है. जैसा कि आप जानते हैं कि हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीज मिनिकिट निःशुल्क वितरित (Seed Minikit distributed Free of Cost) के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.

जिसमें राज्य के लगभग 23 लाख से अधिक लघु एवं सीमांत किसानों को उनकी प्रमुख फसलों के प्रमाणित किस्मों के अच्छे बीज की सुविधा प्राप्त हो सके. जिसमें उन्होंने बताया था कि प्रदेश के किसान भाइय़ों को संकर मक्का (Hybrid Maize) के 5 किग्रा, सरसों (Mustard) के बीज 2 किग्रा, मूंग व मोठ के बीज (Moong and Moth Seeds) 4-4 किग्रा एवं तिल के 1 किग्रा प्रमाणित किस्मों के बीज निःशुल्क मिलेंगे. ताकि वह अपनी फसल से अच्छी कमाई कर सकें. इसी कड़ी में अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने एक और प्रस्ताव को मंजूरी दी.

16.97 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मिली मंजूरी

राज्य सरकार ने प्रदेश के आंगनबाड़ी की स्थिति में सुधार करने के लिए 16.97 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसे प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) में नये तकनीकों के उपकरणों को लगाया जाएगा. अनुमान है कि सरकार के इस बजट से केंद्रों के बच्चों सहित कर्मचारियों की स्थिति में भी सुधार पर जोर दिया जाएगा.

आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेंगे यह उपकरण

सरकार के द्वारा जारी की गई अपडेट के मुताबिक, राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों को विभिन्न तरह के पोषण वृद्धि निगरानी उपकरण के लिए मदद की जाएगी. इसके लिए केंद्रों में इन्फैंटोमीटर, स्टेडियोमीटर, वजन मापने की मशीन आदि तकनीक उपलब्ध होंगी. 

ये भी पढ़ें: वेटिवर नेटवर्क इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ जिम स्माइल ने कहा भारत में हैं विश्व के 40% किसान

इसके अलावा केंद्रों में शिशु एवं माताओं के वजन, उनकी लंबाई सहित विभिन्न पोषण सूचकांकों की सटीक जानकारी के लिए भी उपकरण मौजूद होंगे. साथ ही इन्हें वांछित पोषण भी दिया जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सूचना सरकार ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की है.

English Summary: Nutrition growth monitoring equipment will now be available in Anganwadi centers, government approved
Published on: 31 May 2023, 03:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now