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Updated on: 20 December, 2021 12:14 PM IST
ग्राम प्रधान पराली जलाने वाले किसानों की जानकारी विभाग में उपलब्ध कराएंगे.

धान की कटाई के समय अधिकतर किसानों की ये समस्या होती है कि आखिर पराली का क्या किया जाए. कई किसान पराली का सही इस्तेमाल करते हैं, तो वहीं कई किसान आज भी ऐसे हैं, जो पराली को खेतों में जला देते हैं.

ऐसे में ना सिर्फ वहां के स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी प्रदूषण की समस्या का सामना करना पड़ता है. सरकार भी इस समस्या को लेकर काफी चिंतित रहती है. हालांकि, सरकार ने पराली जलाने की समस्या से निजात पाने के लिए कानून का भी सहारा लिया है.

मगर अब दूसरी ख़बर ये आ रही है कि धान के बाद किसान गन्ने की पत्ती जलाकर वातावरण में प्रदूषण फैला रहे हैं. ऐसे किसानों  पर अब  ग्राम प्रधान नजर रखेंगे. इसके लिए कृषि विभाग ने सभी ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए हैं. ग्राम प्रधान पराली जलाने वाले किसानों की जानकारी विभाग में उपलब्ध कराएंगे. जनपद में अब तक 11 किसान पराली जलाते हुए पाए गए हैं, जिन पर विभाग ने जुर्माना भी लगाया गया है.

किसानों पर लगेगा जुर्माना

जिला कृषि अधिकारी मनवीर सिंह के मुताबिक, प्रदूषण का स्तर बढ़ने से रोकने के लिए पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को सौंपी गई है. इसकी रिपोर्ट ग्राम प्रधान को रोजाना देनी होगी. 

इस पर सरकार अपनी प्रतिक्रिया देगी.अगर कोई भी किसान फसल अवशेष जलाता पाया गया, तो उससे 2500 से 15 हजार रुपये तक का जुर्माना वसूला जाएगा. इसके अलावा विभाग कानूनी कार्रवाई भी उन सभी किसानों पर की जाएगी.

उन्होंने बताया कि एक से अधिक बार अगर कोई किसान पराली जलाता है, तो उससे दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा. जिला कृषि अधिकारी मनवीर सिंह ने कहा, 'पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखने के लिए सभी ग्राम पंचायतों के प्रधानों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. अगर किसान पराली जलाता पाया जाएगा, उसकी जानकारी प्रधान विभाग को उपलब्ध कराएंगे. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: खेत की पराली को आग में नही, धन में बदलिए

पराली की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरकार और कई अन्य प्राइवेट कंपनियों ने इसका उपाय खोज निकला हो. पराली को ना जलाते हुए अब आप इसका उपयोग बिजली बनाने के लिए भी कर सकते हैं. 

अगर आपके आस-पास ये सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो आप अपने खेतों में फसल की कटाई के बाद बची पराली पर डी-कंपोजर का इस्तेमाल कर उसे खाद के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. ये आपके जमीन को और भी उपजाऊ बनाने में मदद करेगा.

English Summary: Now the village head will keep an eye on the farmers who burn stubble, increased fine
Published on: 20 December 2021, 12:20 PM IST

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