देश में लोकसभा चुनावों का माहौल सरगर्मी पर है. ऐसे में हर सरकार वोटरों को लुभाने के लिए कोई न कोई पहल करने में लगी हुई है. इसी कड़ी में बीजेपी शासित त्रिपुरा सरकार ने एक नायाब तरीका ढूंढा है ताकि वोटरों को लुभाया जा सकें. दरअसल त्रिपुरा सरकार ने फैसला लिया है कि वह राज्य के लोगों को गाय बांटेगी. इसेक लिए राज्य सरकार के बजट में एक विशेष प्रावधान किया गया है. सरकार ने गाय को बांटने के लिए पांच हजार परिवारों को चुना है जिनको ये गायें दी जाएगी. हर परिवार को दो गायें दी जाएगी. जल्द ही त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देब लोगों को ये गाय बांट सकते है. इस संबंध में राज्य के उप-मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जिष्ण देव वर्मा ने बताया कि हम लोगों ने पांच हजार गायों को बांटने का फैसला लिया है. इन गायों को नाबार्ड की मिनी डेयरी योजना के तहत लोगों में बांटा जाएगा ताकि इसके सहारे लोगों के घरों में दूध उत्पादन को बढाया जा सके.
क्या कहा विप्लब देब ने
दरअसल पिछले साल 2018 में राज्य के मुख्यमंत्री विप्लब देव ने कहा था कि हर परिवार में कम से कम एक गाय तो होनी ही चाहिए. आजकल युवा सरकारी नौकरी के पीछे भागते जा रहे हैं. उनको ऐसा करने की जगह पर गाय पालनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि मैं किसी भी तरह से बड़ा उद्योग लगाने के खिलाफ नहीं हूं लेकिन अगर कोई व्यक्ति दस हजार करोड़ निवेश करता है तो वह कुल दो हजार लोगों को रोजगार दे सकता है लेकिन दस हजार गाय पांच हजार परिवारों की आय का एक महत्वपूर्ण साधन बन सकती है. विप्लब ने कहा था कि यहां पर दूध की कीमत 50 रूपये लीटर है. कोई ग्रेजुएट हो चुका है और नौकरी की तालाश में है तो ऐसे में अगर कोई गाय पाल के पैसा कमाएं तो उसके बैंक अकाउंट में 10 लाख रूपये आ जाएगें.
पान की दुकान खोलने की सलाह भी दी
मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देब ने कहा था कि युवा आजकल सरकारी नौकरी के लिए कई वर्षों तक राजनीतिक दलों के पीछे नौकरी के लिए भागते रहते है और अपने अनमोल जीवन को बर्बाद कर देते है. अगर युवा राजनीतिक दलों के पीछे भागने की बजाय पान की दुकान खोलेते तो उनके खाते में पांच लाख रूपये आ जाते.