Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 23 March, 2023 11:38 AM IST
देश में खाद की कमी नहीं: मनसुख मंडाविया

केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि इस साल की खरीफ फसल के लिए देश के किसानों को उर्वरकों की कोई कमी नहीं होगी. मंडाविया ने कहा कि देश में यूरिया का भंडारण अच्छी मात्रा में है. हमने विदेश से कई उत्पादकों के साथ मंत्रालय के द्वारा देश में उर्वरक आपूर्ति के लिए समझौता किया गया है. उन्होंने कहा कि हमको इस सीजन के दौरान डाय-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) के और अधिक आयात की जरूरत होगी.

उर्वरक मंत्री ने कहा कि अप्रैल की शुरुआत से ही देश में यूरिया का स्टॉक उपलब्ध रहेगा और अप्रैल से सितंबर के बीच खरीफ सीजन के दौरान यूरिया का अनुमानित घरेलू उत्पादन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बाजारों से यूरिया और एनपीके उर्वरक आयात करने की कोई जरूरत नहीं है.

उन्होने कहा कि खरीफ सीजन के लिए यूरिया की अनुमानित आवश्यकता 179 लाख टन होती है और इस खरीफ सीजन इसकी कुल उपलब्धता 194.31 लाख टन होगी, जिसमें अप्रैल के शुरुआत तक 55 लाख टन का स्टॉक और अगले छह महीनों के दौरान 139.31 लाख टन का उत्पादन किया जाना है.

मांडविया ने कहा कि देश में डीएपी का शुरुआती स्टॉक 25 लाख टन है और इसका उत्पादन 20 लाख टन होने का अनुमान है. खरीफ सीजन के लिए कुल उपलब्धता 45 लाख टन की होनी चाहिए. खरीफ सीजन के लिए एनपीके की कुल आवश्यकता 63.72 लाख टन होती है और अभी इसकी उपलब्धता 77.15 लाख टन है.

ये भी पढ़ेंः भारतीय उर्वरक संघ के वार्षिक सत्र का हो रहा आयोजन, हजार से ज्यादा उर्वरक कंपनियों ने लिया हिस्सा

उर्वरक मंत्री ने कहा 'हमें इस खरीफ सीजन के लिए यूरिया और एनपीके उर्वरकों के आयात की जरूरत नहीं होने वाली है, थोड़ी बहुत मात्रा में डीएपी का आयात करना पड़ सकता है. देश ने 2021-22 में 91.36 लाख टन यूरिया, 54.62 लाख टन डीएपी, 24.60 लाख टन म्यूरेट ऑफ पोटाश और 11.70 लाख टन एनपीके उर्वरकों का आयात किया था.’

English Summary: No shortage of fertilizers for kharif season, Mansukh Mandaviya
Published on: 23 March 2023, 11:42 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now