लोग कोरोना से उतने ज्यादा परेशान नहीं हैं, जितना की इसके अलग-अलग वैरिएंट से हो रहे हैं. कोई एक वेरिएंट रहे तो बेकाबू हो चुकी स्थिति पर काबू भी पाया जा सके, मगर वर्तमान में वैज्ञानिकों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती इसके वैरिएंट को समझने की है. कोरोना की पहली लहर के दौरान स्थिति इतनी दुरूह नहीं थी, चूंकि कोरोना का एक ही वैरिएंट मौजूद था और काफी हद तक वैज्ञानिक इसका तोड़ निकाल भी चुके थे, मगर मौजूदा समय में सबसे विकट समस्या यह है कि कोरोना के 250 से भी ज्यादा वैरिएंट आ चुके हैं, जो लगातार लोगों को अपने कहर का शिकार बनाने पर आमादा हो रहे हैं. अभी हाल ही में भारत में कोरोना का एक नया और खतरनाक वैरिएंट सामने आया है, जिसके कहर का शिकार होकर लगातार लोग मौत के आगोश में आ रहे हैं. इतना ही नहीं, अब तो यह वैरिएंट दक्षिण एशिया के कई देशों में एंट्री ले चुका है. अब तक 12 देश इसकी जद में आ चुके हैं. वहां इसकी एंट्री होते ही लोग खौफ में आ चुके हैं. आखिर, क्या है कोरोना यह वेरिएंट, आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं.
कोरोना वायरस के इस घातक वैरिएंट का नाम B.1.617 है. यह दक्षिण एशिया के 17 देशों को अपनी जद में ले चुका है. इस वैरिएंट की विकराल हो चुकी स्थिति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि अब तक वैज्ञानिक इसका तोड़ नहीं निकाल पाए हैं. माना जा रहा है कि यह वैरिएंट अब भारत में भी दस्तक दे चुका है. कई जगह इस बात के सुबूत मिले हैं, जिस आधार पर भारत में इसके एंट्री होने की बात कही जा रही है.
जिस तरह से बीते माह कोरोना के मामलों में उछाल दिखा है, उसे देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना के मामलों में उछाल की सबसे बड़ी वजह यह वैरिएंट हो सकता है. खासकर, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे सूबों में कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है, जिसे लेकर हर जगह खौफ का माहौल है.
चिकित्सकों के मुताबिक, कोरोना का B.1.167 काफी तेजी से लोगों में फैलता है. इसे डबल म्यूटेंट और इंडियन स्ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि महाराट्र के आधे से ज्यादा शहरों में संक्रमण के मामलों की जांच के दौरान यह वेरिएंट मिला है.
डब्लूएचओ के मुताबिक, दिबंबर माह में ही कोरोना का यह वेरिएंट दस्तक दे चुका था, जिसके कारण अभी कोरोना के मामलों में उछाल दर्ज किए जा रहे हैं. अब ऐसे में आगे इस नए वेरिएंट का क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त बताएगा.