Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 2 September, 2019 5:26 PM IST

दिल्ली से सटे हुए हरियाणा राज्य में अब लहसुन की नई किस्म काफी फायदेमंद साबित होने जा रही है, दरअसल करनाल के राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान ने लहसुन की प्रजाति 404 को तैयार किया गया है. इसको किसान अपने खेतों में लगाकर काफी अच्छा फायदा कमा सकते है. इसके सहारे किसानों की किस्मत खुल जाएगी और इससे उनकी फसलों को काफी अच्छा फायदा होगा. ऐसा इसीलिए होगा क्योंकि इसके सहारे लहसुन की नई पैदावार काफी तेजी से विकसित होगा. बता दें कि लहसुन की इस नई किस्म का रंग बैंगनी है. पहले से ही इस राज्य में लहसुन की अधिक मांग है. अब नई किस्म के आ जाने के बाद यह मांग और बढ़ जाएगी जिसके बाद किसान इसको महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश की मंडियों में बेच सकते है. वहां के लोग इस तरह के लहसुन को कई तरह से इस्तेमाल करते है.

बैंगनी किस्म को लांच किया गया

अगर लहसुन की नई किस्म की बात करें तो हरियाणा के राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान विकास प्रतिष्ठान के डायरेक्टर बीके दुबे का कहना है कि हाल में लहसुन की इस नई बैंगनी किस्म को लांच कर दिया गया है. लहसुन के बीज को तैयार करने में प्रतिष्ठान पूरी तरह से जुट गया है. उन्होंने जानकारी दी कि अगले साल और भी ज्यादा मात्रा में इसके बीजों को उपलब्ध करवाया जाएगा. अच्छी मात्रा के बीज उपलब्ध होने से किसान नई किस्म का काफी बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल कर सकते है.

किसानों को होगा भारी मुनाफा

किसान इस नई किस्म के लहसुन को नवंबर के पहले और दूसरे सप्ताह तक इसके बीज की बुवाई कर सकते है. उन्होंने कहा कि प्रति हेक्टेयर किसानों को 165 से 170 क्विंटल लहसुन मिल जाएगा. लहसुन की फसल पूरी तरह से 165 दिनों के भीतर तैयार हो जाएगी बाद में किसान इसको बेच भी सकते है. हरियाणा के साथ ही पंजाब, राजस्थान के किसान इसको अपने खेतों के भीतर लगा सकते है. इससे भविष्य में उनको बंपर मुनाफा होने की काफी उम्मीदें है.

English Summary: New variety of garlic developed in Haryana
Published on: 02 September 2019, 05:29 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now