भारत में मानसून की अंतिम विदाई लगभग होने ही वाली है, लेकिन अभी भी कई राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है. बरसात के बाद जगह-जगह होने वाले जलभराव में डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं, जिससे डेंगू (Dengue) का कहर जारी है. दिल्ली में भी डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में सभी के लिए जरूरी हो जाता है, कि डेंगू की इस बीमारी से बचाव के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान देना रखना चाहिए.
डेंगू एक बेहद गंभीर बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलती है. यदि समय रहते इसके लक्षणों को पहचान कर उपचार ना किया जाए, तो कई मामलों में यह गंभीर साबित हो सकती है.
अस्पतालों में बढ़ी डेंगू मरीजों की संख्या
देशभर में डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इससे दिल्ली समेत कई राज्य प्रभावित है. राजधानी के अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है. पिछले महीने भी डेंगू के सबसे अधिक मामलें दर्ज किए गए है और दिल्ली में अब भी रोजाना इससे पीड़ित लोगों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. दिल्ली-एनसीआर के कुछ अस्पतालों के डॉक्टरों ने जानकारी दी, उन्होंने बताया कई लोग अस्पतालों में तेज बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं, लेकिन जब उनकी जांच की जा रही है, तो डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं.
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मौसम में हो रहे बदलाव के चलते वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ रहा है. इन दिनों अस्पतालों में वायरल इंफेक्शन जैसे - टाइफाइड, डेंगू और डायरिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है की डेंगू एक बेहद जानलेवा बीमारी है और इसका समय पर जांच होनी जरूरी है. सितंबर और अक्टूबर के महीने में लोगों को इन वायरल बीमारियों से सावधानी बरतनें की आवश्यकता है, क्योंकि बारिश की वजह से जगह-जगह इक्ट्ठा होने वाला पानी डेंगू की पैदावार में अहम भूमिका निभा रहा है.
डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू से संक्रमित होने पर आपको अपने शरीर में कई संकेत या लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में उन लक्षणों की पहचान करना सभी के लिए जरूरी हो जाता है. डेंगू का बुखार भी आमतौर पर अन्य बीमारी या फ्लू की तरह होता है, इसलिए अधिकतर लोग इसको शुरूआत में पहचानने से चूक जाते हैं. जानकारी के लिए बता दें, डेंगू मच्छर काटने के 4 से 10 दिनों में इसके बुखार के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं. लेकिन बुखार अलावा भी डेंगू के कई अन्य लक्षण भी देखने को मिलते हैं...
- आंखों के पीछे दर्द
- त्वचा को खरोंचने पर लालपन होना
- तेज सिरदर्द होना
- बदन दर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- हड्डी व जोड़ों में दर्द
- मतली या जी मिचलाना
- ग्रंथियों में सूजन होना
डेंगू बुखार का उपचार
- डेंगू से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है मच्छरों के काटने से खुद को बचाना
- आपको इस गंभीर बीमारी के बचाव के लिए डेंगू का टीका अवश्य लगवाना चाहिए.
- बाहर जाते समय अपनी त्वचा को ढक कर रखना चाहिए.
- जिन क्षेत्रों में डेंगू आम है, वहां रात में मच्छरदानी की प्रयोग करें.
- सुबह और शाम मच्छरों के एक्टिव रहने के समय, ढकी हुई लंबी आस्तीन के कपड़े पहनें
- तेज बुखार, सिरदर्द या फिर जोड़ों में परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से मिले.
- पर्याप्त मात्रा में पानी या तरल पदार्थ का सेवन जिससे खुद को हाइड्रेटेड रखा जा सकें
- डेंगू के लक्षण दिखने पर जितना संभव हो सकें उतना आराम करना चाहिए