देश की राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों से शराब नीती को लेकर अटकलें चल रही हैं, ऐसा माना जा रहा है कि राज्य में फिर से पुरानी शराब नीति लागू हो सकती है. नई शराब नीती 31 जुलाई को खत्म हो रही थी, जिसे लेकर अब सरकार की तरफ से रूख साफ कर दिया गया है. सरकार ने कहा कि अभी एक महीने तक जारी रहेगी नई नीति. यदि पुरानी नीति फिर से वापिस आती है तो राज्य में शराब की कीमतों में भी असर देखने को मिलेगा.
अभी 1 महीने और जारी रहेगी नई नीति
आपको बता दें कि राजधानी में सरकार ने फैसला लिया था कि 1 अगस्त से नई शराब नीति खत्म की जा सकती है. जिसके बाद वाइन शॉप के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें व अफरा तफरी देखने को मिली. स्थिति को देखते हुए सूत्रों के हवाले से खबर आई की राज्य में अब नई नीति 1 महीने और चलेगी.
दिल्ली की पुरानी शराब नीति
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दिल्ली में पुरानी शराब नीति के तहत राज्य में 864 शराब की दुकानें थीं, जिनमें 475 चार सरकारी एजेंसियों और 389 निजी कंपनियों द्वारा चलाई जा रही थीं.
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इस नीति के तहत, दिल्ली में 21 ड्राई डे थे, जबकि नई व्यवस्था में शराब की दुकानें केवल तीन दिनों के लिए बंद रहती थीं.
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शराब की दुकानें खोलने के लिए न्यूनतम क्षेत्र की आवश्यकता नहीं थी.
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दिल्ली में पुरानी शराब व्यवस्था में कोई छूट नहीं दी गई.
दिल्ली सरकार की नई शराब नीति
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आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने 16 नवंबर, 2021 में नई शराब नीति लागू की. जिसमें शहर में शराब बेचने के तरीके को बदला गया और सरकार ने शराब के कारोबार से हाथ पीछे कर लिए और निजी ऑपरेटरों को दुकानें चलाने की अनुमति दी.
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पहली बार, दिल्ली सरकार ने दुकानों को खुदरा ग्राहकों को छूट देने की अनुमति दी और सूखे दिनों की संख्या को 21 से घटाकर तीन कर दिया. इस नीति में शराब की होम डिलीवरी का भी प्रावधान था और पीने की उम्र 25 से घटाकर 21 कर दी गई थी. लेकिन इन पर अमल नहीं किया गया.
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नई नीति लागू करने के बाद ठेकेदारों ने एक पर एक फ्री स्कीम भी चलाई है.