खरीफ सत्र 2022-23 के लिए धान की खरीद ने 230 लाख टन का आंकड़ा पार कर लिया है. खाद्य मंत्रालय के अनुसार धान खरीद सत्र में पिछले वर्ष के मुकाबले मामूली वृद्धि दर्ज की गई है. सरकार का अनुमान है कि इस साल धान उत्पादन की खरीद सामान्य रहेगी. फिलहाल देश के 13 राज्यों में धान की खरीद चल रही है. मंत्रालय के अनुसार अब तक हुई खरीद से 13.5 लाख किसानों को फायदा मिला है.
अब तक इतनी हो चुकी है धान की खरीद
खाद्य मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सरकारी क्रय केंद्रों पर अब तक 231 लाख टन धान की खरीद हो चुकी है. यह पिछले वर्ष की समान अवधि से 1.31 प्रतिशत अधिक है. पिछल वर्ष इस अवधि तक 228 लाख टन खरीद की गई थी. सरकारन ने 2022-23 के खरीफ विपणन सत्र (अक्टूबर-सितंबर) में 771.25 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा है. पिछले खरीफ विपणन सत्र में रिकॉर्ड 759.32 लाख टन धान की खरीद हुई थी.
खाद्य मंत्रालय ने खरीफ और रबी सत्र को मिलाकर कुल 900 लाख मिट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है. मंत्रालय ने जानकारी दी है कि लगभग 47644 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ 13 राज्यों के 13.50 लाख से अधिक किसानों से धान की खरीद की जा चुकी है.
13 राज्यों में चल रही है खरीद
खाद्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सरकार की धान खरीद 2022-23 के खरीफ मार्केटिंग सत्र में अब तक 1.31 प्रतिशत बढ़कर 231 लाख टन रही है. पिछले वर्ष की इसी अवधि में लगभग 228 लाख एमटी धान खरीदा गया था. देश प्रमुख धान उत्पादकों पंजाब, हरियाणा सहित 13 राज्यों में धान की खरीद चल रही है.
उत्तर प्रदेश में धान बेच रहे किसानों के लिए राहत
क्रय केंद्रों पर धान लाने वाले किसानों के लिए सरकार ने राहत दी है. अब क्रय केंद्र प्रभारी धान खरीदते समय मानकों का हवाला देकर धान न खरीदने के लिए इन्कार नहीं कर सकेंगे. किसानों को क्रय केंद्रों पर धान बिक्री के लिए पूरा मौका दिया जाएगा. यहां तक कि किसान अपना धान क्रय केंद्रों पर भी सुखा सकेंगे.