संस्कृति मंत्रालय द्वारा पीएम को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी यानि की ई-नीलामी (e-auction) की जाती है, जिसमें सभी विजेताओं के मेडल्स की नीलामी कर उसकी बोली लगाई जाती है
इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा के भाले की नीलामी हुई. इसकी सबसे ज्यादा 1.5 करोड़ रुपए की बोली लगी है. वहीं, भवानी देवी की ऑटोग्राफ वाली तलवार सवा करोड़ में नीलाम हुई. बता दें इस नीलामी की प्रतिक्रिया ऑनलाइन माध्यम से की गई है.
ऑनलाइन स्टोर में नीरज के भाले की कीमत 80 हजार (Neeraj's Spear Cost 80 Thousand In Online Store)
नीरज ने स्वर्ण पदक जीतकर टोक्यो से लौटने के बाद प्रधानमंत्री को अपना भाला उपहार में दिया था. इनके अलावा ओलिंपिक में पहली बार तलवारबाजी में प्रतिनिधित्व करने वाली पीवी सिंधु और भवानी देवी समेत कई खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री को उपहार भेंट किए थे. बता दें ऑनलाइन स्टोर्स (Online Stores )में नीरज चोपड़ा के भाले की कीमत 80 हजार रुपए है. मगर अब इसकी बोली 1.5 करोड़ रुपए लगी है. इसी तरह भवानी देवी के ऑटोग्राफ के साथ तलवारबाजी की भी अच्छी बोली लगी है. भवानी देवी की बाड़ लगाने की लागत 1.25 करोड़ रुपए है.
सुमित अंतिल का भाले की कीमत 1 करोड़ 2 लाख रुपए (Sumit Antil's Spear Also Rs 1 Crore 2 Lakh)
कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु (PV Sindhu) के रैकेट की कीमत 80 लाख रुपए थी. इसके अलावा टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की ऑटोग्राफ वाली ड्रेस की नीलामी 1 करोड़ रुपए में हुई. इसके साथ ही पैरालंपिक भाला में स्वर्ण पदक जीतने वाले सुमित अंतिल के भाले की 1.002 करोड़ रुपए बोली लगी है. इसके अलावा कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना के दस्ताने की नीलामी 91 लाख रुपए में हुई
17 सितंबर से हो रही थी ऑनलाइन नीलामी (Online Auction Was Being Held From September 17)
संस्कृति मंत्रालय ने पीएम को मिले उपहारों की ऑनलाइन नीलामी (ई-नीलामी) की. इसकी ऑनलाइन प्रतिक्रिया नीलामी 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक चली, जिसमें इस नीलामी में लगभग 1300 वस्तुओं को शामिल किया गया.
नमामि गंगे मिशन में दान की जाएगी राशि (Amount Will Be Donated In Namami Gange Mission)
खास बात यह है कि ई-नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे मिशन को दान कर दी जाएगी. इससे पहले साल 2019 में भी नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट ने कई चीजों की ऑनलाइन नीलामी की थी. इसकी राशि भी नमामि गंगे मिशन को दान की गई थी.