Millets for Diabetes: ये 5 मोटे अनाज खाएं, डायबिटीज हो जाएगी छूमंतर, पढ़ें 68 वर्षीय लता रामस्वामी की सफल कहानी Lobia ki Unnat Kheti: कृषि विभाग ने जारी की लोबिया की उन्नत खेती के लिए जरूरी सलाह, जानें किसान किन बातों का रखें ध्यान Watermelon Dishes: गर्मी में रोज-रोज तरबूज खाने से हो गए हैं बोर, तो तरबूज से बनें इन पकवानों का करें सेवन खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 3 September, 2023 12:00 PM IST
National Horticulture Research and Development Foundation

मशरूम उत्पादन तकनीक एवं सस्योत्तर प्रबंधन, विषय पर पाँच दिवसीय (22-26 अगस्त 2023 ) प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमे विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड एवं दिल्ली के प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए हैं. इस समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ पी.के.गुप्ता अपर निदेशक थे.

प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आप लोग प्रशिक्षण लेकर मशरूम उत्पादन का व्यवसाय कर सकते हैं जिसकी आज के समय में बहुत मांग हैं तथा खाद्य सुरक्षा,पोषण सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा की (तथा कुछ खेती से संबंधित जैसे मशरूम के खेती, मधुमक्खी पालन, और जो खेती के waste उत्पाद जैसे धान का पुआल और गेहूं का भूसा को न जलाकर कैसे सही से निस्तारण करे उसको बहुत अच्छे ढंग से बताया) इसके साथ यह भी बताया कि आप लोग मशरूम का बीज (स्पान) बनाकर भी इस व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं.

मशरूम उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण लेकर किसान एवं बेरोजगार लोग स्वरोजगार अपना कर अपने खुद के अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते है. उन्होने बताया कि दैनिक जीवन में मशरूम खाना क्यों जरूरी है ? और इसे खाने से क्या फायदे है इस पर विस्तार से बताया तथा मशरूम का महत्व एवं आसपास के क्षेत्रों में इसकी खेती कि उपयोगिता के बारे में भी उपनिदेशक (बागवानी), मनोज श्रीवास्तव, उप निदेशक, राहुल डबास, FACAO, संजय सिंह, सहायक निदेशक, डॉ. एस. के. तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, एस.सी. तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी एवं सुश्री राधिका चतुर्वेदी, तकनीकी अधिकारी, भी उपरोक्त समापन समारोह में (दिनांक 26-08-2023) सम्मिलित हुए.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एस.सी.तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ने प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला तथा मशरूम की खेती कैसे की जाती है उसके बारे में विस्तार से बताया तथा मशरूम की विभिन्न  प्रजातियों जैसे बटन मशरूम ढींगरी मशरूम, मिल्की मशरूम शिटाके मशरूम तथा रिशी मशरूम की खेती की जानकारी विस्तार से दी और मशरूम की खेती में कौन-कौन सी समस्या आती हैं और उसका निवारण कैसे किया जाता है वह भी बताया.

ये भी पढ़ें: खाद और उर्वरकों की नई कीमत हुई जारी, पढ़ें पूरी डिटेल

इस प्रशिक्षण में आइ ए आर आइ, पूसा, अनुभवी वैज्ञानिकों ने NHRDF परिसर में आकर प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न जानकारियाँ दी. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मशरूम क्षेत्र भ्रमण HAIC, मुरथल सोनीपत में भी कराया गया.

English Summary: National Horticultural Research and Development Foundation
Published on: 03 September 2023, 12:08 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now