मशरूम उत्पादन तकनीक एवं सस्योत्तर प्रबंधन, विषय पर पाँच दिवसीय (22-26 अगस्त 2023 ) प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमे विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड एवं दिल्ली के प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए हैं. इस समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ पी.के.गुप्ता अपर निदेशक थे.
प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आप लोग प्रशिक्षण लेकर मशरूम उत्पादन का व्यवसाय कर सकते हैं जिसकी आज के समय में बहुत मांग हैं तथा खाद्य सुरक्षा,पोषण सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा की (तथा कुछ खेती से संबंधित जैसे मशरूम के खेती, मधुमक्खी पालन, और जो खेती के waste उत्पाद जैसे धान का पुआल और गेहूं का भूसा को न जलाकर कैसे सही से निस्तारण करे उसको बहुत अच्छे ढंग से बताया) इसके साथ यह भी बताया कि आप लोग मशरूम का बीज (स्पान) बनाकर भी इस व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं.
मशरूम उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण लेकर किसान एवं बेरोजगार लोग स्वरोजगार अपना कर अपने खुद के अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते है. उन्होने बताया कि दैनिक जीवन में मशरूम खाना क्यों जरूरी है ? और इसे खाने से क्या फायदे है इस पर विस्तार से बताया तथा मशरूम का महत्व एवं आसपास के क्षेत्रों में इसकी खेती कि उपयोगिता के बारे में भी उपनिदेशक (बागवानी), मनोज श्रीवास्तव, उप निदेशक, राहुल डबास, FACAO, संजय सिंह, सहायक निदेशक, डॉ. एस. के. तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, एस.सी. तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी एवं सुश्री राधिका चतुर्वेदी, तकनीकी अधिकारी, भी उपरोक्त समापन समारोह में (दिनांक 26-08-2023) सम्मिलित हुए.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एस.सी.तिवारी, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ने प्रशिक्षणार्थियों को राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला तथा मशरूम की खेती कैसे की जाती है उसके बारे में विस्तार से बताया तथा मशरूम की विभिन्न प्रजातियों जैसे बटन मशरूम ढींगरी मशरूम, मिल्की मशरूम शिटाके मशरूम तथा रिशी मशरूम की खेती की जानकारी विस्तार से दी और मशरूम की खेती में कौन-कौन सी समस्या आती हैं और उसका निवारण कैसे किया जाता है वह भी बताया.
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इस प्रशिक्षण में आइ ए आर आइ, पूसा, अनुभवी वैज्ञानिकों ने NHRDF परिसर में आकर प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न जानकारियाँ दी. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मशरूम क्षेत्र भ्रमण HAIC, मुरथल सोनीपत में भी कराया गया.