वर्षा ऋतु में मवेशियों की वैज्ञानिक देखभाल एवं प्रबंधन Vermicompost Subsidy: वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाने पर किसानों को मिलेगा 50 हजार रुपये अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ! खुशखबरी! 1 से 7 जुलाई तक मनाया जाएगा फसल बीमा सप्ताह, ऐसे कराएं किसान रजिस्ट्रेशन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 27 April, 2022 3:12 PM IST
नीमच परिसर में किसान मेले का आयोजन किया गया.

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निर्देषानुसार आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी कार्यक्रम दिनांक 26.04.2022 को कृषि विज्ञान केन्द्र एवं आत्मा के संयुक्त सहयोग से कृषि विज्ञान केन्द्र, नीमच परिसर में किसान मेले का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय दिलीपसिंह परिहार विधायक नीमच, एवं मुख्य आतिथ्य माननीय अनिरुद्ध माधव मारु, विधायक मनासा एवं माननीया जिला पंचायत अध्यक्षा अवंतिका मेहरसिंह जाट ने की. कार्यकम में वीरेन्द्र पाटीदार, सांसद प्रतिनिधि, अर्जन माली, प्रतिनिधि माननीय मंत्री, एम.एस.एम.ई., दिनेश परिहार, कृषि स्थायी समिति अध्यक्ष एवं गुरुप्रसाद, मुख्य कार्यपालन अधिकारी विशेष अतिथि के रुप में मंचासीन थे.

कार्यक्रम में कुल 412 किसानों ने भाग लिया. कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती पूजन एवं अतिथियों के स्वागत से हुआ. केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. सी. पी. पचौरी ने स्वागत भाषण देते हुए किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी कार्यक्रम का परिचय एवं उद्देशय पर प्रकाश डाला. माननीय कृषि मंत्री, भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा देश के सभी जिलों में आयोजित इस किसान मेला का वर्चुअल उदघाटन एवं किसानों से सम्बोधन का सीधा प्रसारण लिंक के माध्यस से उपस्थित किसानों को दिखाया गया.

माननीय श्री दिलीप सिंह परिहार ने अपने उद्बोधन में जिले के किसानों को प्राकृतिक खेती में रुझान लेने एवं सभी विभागीय योजनाओं का लाभ लेने का आहवान किया. उन्होने प्रदेश सरकार को नीमच जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया.

माननीय अरिरुद्ध माधव मारु ने किसानों से पारम्परिक खेती के अतिरिक्त कृषि की नवीनतम तकनीकों को केन्द्र से सीखने, प्राकृतिक खेती एवं बायोफोर्टिफाइड फसलो एवं मोटे अनाज की खेती पर भी अपना ध्यान लगाने की बात कही एवं कृषि विज्ञान केन्द्र से तकनीकि सलाह लेने पर जोर दिया. अवंतिका मेहर सिंह जाट, जिला पंचायत अध्यक्ष ने खेती में महिलाओं की सषक्त भूमिका एवं उत्पादन बढ़ाने हेतु मृदा परीक्षण कराने की अपील की. कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि वीरेन्द्र पाटीदार एवं माननीय मंत्री एमएसएमई के प्रतिनिधि अर्जुन माली ने भी किसानों को सम्बोधित किया.

तकनीकी सत्र में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. एस. एस. सारंगदेवोत,  डॉ. शिल्पी वर्मा एवं डॉ. जे. पी. सिंह ने प्राकृतिक खेती, खाद्यान्न, तिलहन एवं बायोफोर्टीफाइड फसल उत्पादन की तकनीकों पर व्याख्यान दिए. संयुक्ता पांडे ने नवीन तकनीकियों पर बनी फिल्मों को दिखाने में सहयोग दिया.

ये खबर भी पढ़ें: Narendra Singh Tomar Statement: प्राकृतिक खेती से प्रकृति के साथ तालमेल से होंगे व्यापक लाभ

कार्यक्रम में केन्द्र से प्रशिक्षण प्राप्त एवं नवाचार कर रहे प्रगतिशील उद्यमी किसानों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए. मेले में विशेष आर्कषण का केन्द्र रही विभिन्न विभागों यथा कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि, आत्मा, उद्यानिकी, मत्सकीय, पशुपालन एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्राकृतिक खेती अन्य विषय पर लगायी प्रदर्शनी रही जिसका किसानों एवं अतिथियों द्वारा अवलोकल किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. पी. एस. नरुका एवं आभार प्रदर्शन डॉ. सी. पी. पचौरी द्वारा किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में कृषि, आत्मा एवं विभागीय अधिकारियों का विशेष सहयोग रहा.

डॉ. सी. पी. पचौरी

प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख

कृषि विज्ञान केन्द्र, नीमच

English Summary: Narendra Singh Tomar said, farmers should focus on biofortified, natural farming and coarse grain cultivation
Published on: 27 April 2022, 03:20 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now