Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 19 February, 2023 3:25 PM IST
कृषि क्षेत्र में आजीविका है: तोमर

चौधरी चरणसिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (नियाम) के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एग्री बिजनेस मैनेजमेंट का चतुर्थ दीक्षांत समारोह एवं एग्री इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन आज जयपुर में मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी विशिष्ट अतिथि थे. इस अवसर पर तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र की बेहतरी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगातार काम कर रही है. देश में कृषि क्षेत्र को और फायदे में लाने तथा गांवों को अधिक समृद्ध बनाने के लिए कृषि से जुड़े विद्यार्थी एवं युवा भी अपना योगदान प्रदान करें. तोमर ने नियाम में और 60 सीटें बढ़ाने तथा होस्टल में रहने की बाध्यता समाप्त करने की घोषणा की.

केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र महत्वपूर्ण है, जिसमें सबकी रूचि बढ़े, युवाओं का भी इसके प्रति आकर्षण हो, यह हम सबकी जिम्मेदारी है. कृषि क्षेत्र में आजीविका है, लेकिन साथ ही इसमें किसानों की देशभक्ति भी है, वह इसलिए क्योंकि कृषि उत्पादन के बिना काम नहीं चल सकता. कृषि क्षेत्र में अनेक चुनौतियां है, जिनका समाधान करने के लिए टेक्नालॉजी का उपयोग करते हुए केंद्र सरकार, राज्यों के सहयोग से सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है. महंगी फसलों की ओर बढ़ना, फसल विविधीकरण, उपज बिक्री में बिचौलियों की समाप्ति जैसी अनेक चुनौतियों से योजनाबद्ध ढंग से निपटा जा रहा है. तोमर ने कहा कि वैज्ञानिकों ने कृषि क्षेत्र में काफी काम किया है, वहीं किसानों के अथक परिश्रम के साथ ही सरकार की किसान हितैषी नीतियों के कारण कृषि में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. अधिकांश कृषि उत्पादों के मामले में हिंदुस्तान आज विश्व में पहले या दूसरे नंबर पर है, जिसे सभी मिलकर और अग्रणी बनाएं. दुनिया को भारत से खाद्यान्न को लेकर काफी अपेक्षाएं हैं, जिसे हम पूरा कर रहे हैं और आगे भी करते रहना है. कृषि अनुसंधान निरंतरता का क्रम है, वहीं किसानों की मेहनत और सरकार के प्रयासों में भी कहीं कोई कमी नहीं है. आजीविका के लिए नौकरी जरूरी है, लेकिन साथ ही कृषि क्षेत्र को और बेहतर करना भी जरूरी है, क्योंकि इस पर देश की 56 प्रतिशत आबादी निर्भर है.

तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार इस बात पर बल देते रहते हैं कि हम वर्तमान को तो खूबसूरत बनाए ही, साथ ही देश की आजादी के अमृतकाल तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाएं, यह हिंदुस्तान के लिए एक सुनहरा व ऐतिहासिक अवसर है, जिसका लाभ उठाने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी की है. 2047 में देश का जो भविष्य होगा, वह ऐसा हो कि दुनिया का मार्गदर्शन करने में सक्षम हो. इस दिशा में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निरंतर चिंतन करते हुए कार्यक्रमों-योजनाओं को लागू किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कल का इंतजार करना बेमानी है, जो काम आज कर सकते हैं, वह हमें आज ही करना चाहिए. तोमर ने सराहना करते हुए कहा कि देश में एग्री स्टार्टअप ने भी बहुत अच्छे प्रयोग किए हैं. वर्ष 2014 में जब हम सरकार में आए थे, तब सभी क्षेत्रों के मिलाकर 32 स्टार्टअप थे. देश में स्टार्टअप को प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार प्रोत्साहित किया, जिससे अकेले एग्री स्टार्टअप की संख्या ही अब दो हजार हो चुकी हैं, वहीं अन्य क्षेत्रों को मिलाकर 10 हजार से ज्यादा स्टार्टअप काम कर रहे हैं, इन सबकी ताकत के बलबूते भारत आने वाले कल में विश्व गुरू बनेगा.

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री चौधरी ने भी संबोधित किया. सांसद रामचरण बोहरा व कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर तथा राजस्थान के प्रधान सचिव दिनेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे. संयुक्त सचिव- विपणन एवं नियाम की महानिदेशक डॉ. विजयलक्ष्मी नडेंदला ने स्वागत भाषण दिया. नियाम के निदेशक डॉ. रमेश मित्तल ने आभार प्रकट किया.

तोमर ने पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा-एग्री बिज़नेस मैनेजमेंट के विद्यार्थियों को डिप्लोमा और मेधावी विद्यार्थियों को पदक दिए. नियाम द्वारा प्रशिक्षित व अनुदानित स्टार्टअप के प्रोडक्ट्स भी तोमर ने लांच किए एवं अनुदान के चेक वितरित किए. स्टार्टअप की प्रदर्शनी व प्रोडक्ट्स डिस्प्ले भी आयोजन हुई, जिसमें नियाम द्वारा प्रशिक्षित व अनुदानित स्टार्टअप ने भाग लिया.

ये भी पढ़ेंः कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का किसानों को बड़ा तोहफा, बीज को लेकर तैयार किया रोडमैप

इस मौके पर नियाम के सहभागी संस्थानों को स्टार्टअप प्रशिक्षण व फंडिंग में उनके प्रदर्शन के आधार पर अवार्ड वितरित किए गए, जिनमें करण नरेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जोबनेर को प्लेटिनम अवार्ड, नेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट कटक (ओडिशा) को डायमंड अवार्ड व बिहार एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी साबोर को गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया. तोमर ने एग्री इनोवेशन व इन्क्यूबेशन सेंटर की वेबसाइट लांच की, फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन बिज़नेस स्कूल व स्मार्ट क्लास रूम का उद्घाटन किया एवं इंडो-जर्मन प्रोजेक्ट की जानकारी ली. नियाम के 9 प्रकाशनों का विमोचन भी किया. 

English Summary: Narendra Singh Tomar inaugurated the convocation ceremony of NIAM and the Agri Innovation and Incubation Center ---
Published on: 19 February 2023, 03:37 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now