यूरिया के बाद इफ्को का नैनो डीएपी हाल ही में लॉन्च किया गया. इसके बाद से अब किसानों को आधे दाम पर इफको की नैनो डीएपी मिल सकेगी. पहले किसानों के पास नैनो डीएपी खरीदने का विकल्प नहीं था.
बता दें कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में इफ्को नैनो डीएपी (तरल) को लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इफ्को नैनो डीएपी(तरल) प्रोडक्ट का लॉन्च फर्टिलाइजर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण शुरुआत है.
दानेदार की जगह करें तरल किटनाशक का इस्तेमाल
इस दौरान अमित शाह ने किसानों से दानेदार यूरिया व DAP की जगह लिक्विड नैनो यूरिया व DAP का इस्तेमाल करने की अपील की. उन्होंने कहा कि दानेदार यूरिया के उपयोग से भूमि के साथ-साथ फसल और उस अनाज को खाने वाले व्यक्ति की सेहत का भी नुकसान होता है.
नैनो तरल डीएपी की खासियत
इफ्को का नैनो तरल डीएपी का एक बोतल 500 मिलीलीटर का है. PIB के मुताबिक, इसके एक बोतल का फसल पर असर 45 किलो दानेदार यूरिया की बोरी के बराबर है. लिक्विड होने के कारण DAP से भूमि बहुत कम मात्रा में केमिकल युक्त होगी. अमित शाह ने इफ्को का नैनो तरल डीएपी लॉन्च के दौरान कहा कि प्राकृतिक खेती के लिए महत्वपूर्ण है कि भूमि में केमिकल ना जाए और केंचुओं की मात्रा बढ़े. तरल डीएपी और तरल यूरिया का उपयोग कर किसान भूमि में केंचुओं की संख्या में वृद्धि कर सकते है और अपने उत्पादन व आय को कम किए बगैर प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ सकते है. इससे भूमि का संरक्षण भी किया जा सकेगा.
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गृह मंत्री अमित शाह के मुताबिक, वर्तमान में देश में 384 लाख मीट्रिक टन फर्टिलाइजर का उत्पादन होता है, जिसमें से 132 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन सहकारी समितियों द्वारा किया गया है. इस 132 लाख मीट्रिक टन में से इफ्को ने 90 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन किया है.