विदेशी बाजारों में पिछले सप्ताह खाने के तेलों के दाम में गिरावट आई थी, जिसका असर अब भारत के घरेलू बाजार में भी नजर आ रहा है. आलम ये है कि देश में ना सिर्फ सरसों के तेल कम दाम में मिल रहे हैं बल्कि विदेशी बाजारों में खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सरसों के अलावा मूंगफली, सोयाबीन, सीपीओ, पामोलीन, बिनौला समेत सभी तेल की कीमतों में कमी देखने को मिली है.
सरसों तेल के दाम 45 रुपए लीटर हुए सस्ता
इस गिरावट के बाद अब सरसों का तेल अपने उच्चतम स्तर से 45 रुपए लीटर सस्ते में बिक रहा हैं. देश की जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सरसों का तेल महज 165 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है. बता दें कि बीते साल दिसंबर में सरसों के तेल का उच्चतम स्तर 210 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था. वहीँ राजस्थान के कई शहरों में सरसों तेल की कीमत 170 रुपए प्रति लीटर दर्ज की जा रही है. यहां सरसों के तेल का उच्चतम भाव 240 रुपए प्रति लीटर दर्ज की गई थी. ऐसे में आम जनता के लिए सरसों तेल की खरीदारी करने का सबसे अच्छा मौका है.
अधिकतम खुदरा मूल्य में 15 रुपये प्रति लीटर की कटौती!
बता दें कि हाल ही में सरकार ने तेल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की थी. इसमें सरकार ने अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) में लगभग 15 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने का आदेश दिया था.
सरकार का कहना है कि ग्लोबल मार्केट में खाने के तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा आम लोगों को भी मिले. पिछले महीने भी कुछ तेल कंपनियों ने सरसों (Mustard oil Price) और सूरजमुखी तेल के दामों में कटौती का ऐलान किया था. हालांकि, अभी तक कम हुई कीमतों का असर खुदरा बाजार में नहीं दिखा है. ऐसे में अब अगर सरकार की बात मान कर तेल कंपनियां अधिकतम खुदरा मूल्य की कीमतों में 15 रुपये की कटौती करती हैं तो घरेलू बाजार में सरसों के तेल के दाम में भारी गिरावट देखने को मिलेगी.
एक लीटर सरसों की तेल की अनुमानिंत कीमत
राजधानी दिल्ली- 178-180 रुपये प्रति लीटर
उत्तर प्रदेश- 165 रुपये प्रति लीटर
राजस्थान- 170 रुपए प्रति लीटर