केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सोमवार को नई दिल्ली में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा प्रायोजित आयुर्वेद विद्यापीठ द्वारा समन्वित एवं अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (All India Institute of Ayurveda) के संहिता और सिद्धांत विभाग द्वारा आयोजित संहिता एवं सिद्धांत के शिक्षकों के लिए सतत चिकित्सा शिक्षा समारोह के उद्घाटन समारोह में सम्मिलित हुए. इस दौरान केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ एवं दैनिक जीवन में औषधीय पौधों एवं मिलेट्स (Medicinal Plants and Millets) के सकारात्मक प्रभाव पर संवाद किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं रही है, बल्कि ये जीवन के एक समग्र विज्ञान की तरह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार योग, आयुर्वेद एवं मोटे अनाज को बढ़ावा देकर देश दुनिया में लोगों की सेहत को बेहतर करने की दिशा में प्रयास कर रही है. कैलाश चौधरी ने कहा कि दुनिया ने उपचार के कई तरीके आजमाए हैं और अब यह आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति की ओर लौट रही है.
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आयुर्वेद न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि समग्र स्वास्थ्य की बात करता है. प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) के नेतृत्व में विभिन्न देशों में आयुर्वेद को एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में स्वीकार किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें यथासंभव आयुर्वेद को बढ़ावा देने को लेकर प्रयासरत रहना चाहिए.