फसल के बचे अवशेषों को लेकर कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी, जानें क्या करें और क्या नहीं STIHL कंपनी ने हरियाणा में कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' के साथ की साझेदारी कृषि लागत में कितनी बढ़ोतरी हुई है? सरल शब्दों में जानिए खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 5 November, 2022 2:36 PM IST
प्रदूषण से बेहाल है देश की राजधानी दिल्ली

दिल्ली की ज़हरीली हवा में अब सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. यहां का प्रदूषण लेवल अब बदतर स्थिति में पहुंच चुका है. ये कहना ग़लत नहीं होगा कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहने वाले लोग सांसों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यहां कि एयर क्वालिटी दिन-ब-दिन बदहाल होती जा रही है.

दिल्ली में मिनी लॉकडाउन (Mini Lockdown in Delhi)-

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण (Delhi Pollution) के ख़तरनाक स्तर के मद्देनज़र राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए वर्क फ़्रॉम होम (work from home) नियम लागू कर दिया है. मंत्री गोपाल राय ने कहा कि, दिल्ली सरकार के दफ़्तरों में आधे कर्मचारी आएंगे जबकि आधे घर से काम करेंगे. प्राइवेट ऑफ़िस अभी पहले जैसे ही चल रहे हैं, मंत्री राय ने उनसे भी वर्क फ़्रॉम होम की नीति अपनाने की अपील की है. इससे पहले दिल्ली सरकार ने सभी प्राइमरी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है.

6 सदस्यीय टीम गठित-

दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रतिबंधों को लागू करवाने के लिए 6 सदस्यों की एक टीम बनाई गई है जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल किया गया है. दफ़्तर और मार्केट के अलग-अलग कार्यसमय के लिए रेवेन्यू कमिश्नर योजनाएं बनाएंगे. मंत्री गोपाल राय ने आगे कहा कि, ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल टास्क फ़ोर्स गठित की जाएगी.

जानिए दिल्ली में क्या खुला रहेगा और क्या रहेगा बंद-

              प्रमाइमरी स्कूल दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल 8 नवंबर तक बंद
          स्कूल (बड़े बच्चों के) अभी बंद नहीं पर बाहरी क्रियाकलाप बंद
                   कार पेट्रोल वाले निजी कारों पर रोक नहीं लेकिन BS-6 नीचे वाली डीज़ल कारों पर है रोक
                   बस डीज़ल वाली सभी बसों पर रोक. इलेक्ट्रिक और 500 प्राइवेट पर्यावरण बसें चलेंगी
                   ट्रक डीज़ल ट्रकों पर रोक लेकिन इलेक्ट्रिक और CNG बसे चलेंगी
             निजी ऑफ़िस पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे
           सरकारी ऑफ़िस आधे कर्मचारी आएंगे, आधे घर से काम करेंगे
            ज़रूरी सर्विस सभी ज़रूरी सेवाएं चालू रहेंगी, ज़रूरी सेवाओं वाली गाड़ियों पर भी प्रतिबंध नहीं

  

AQI लेवल का हाल-

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक़, दिल्ली के आईटीओ (ITO) में आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 413 और आनंद विहार में 411 रिकॉर्ड किया गया जो कि 'गंभीर' श्रेणी में आता है. जबकि नेहरू नगर में 439, पटपड़गंज में 434, अशोक विहार में 433, सोनिया विहार में 459, जहांगीरपुरी में 456, विवेक विहार में 440, वजीरपुर में एक्यूआई 449 रिकॉर्ड किया गया है. ज़ाहिर है कि दिल्ली की हवा ज़हरीली है. रिपोर्ट के मुताबिक़ दिल्ली के लोग बिना सिगरेट पीए ही क़रीब 26 सिगरेट का धुआं अपने शरीर में ले रहे हैं और उसकी वजह है प्रदूषण.

यह भी पढ़ें- लॉकडाउन में शुरू करें वाहनों को सैनिटाइज करने का बिजनेस, रोजाना होगी अच्छी कमाई

गौतमबुद्ध नगर के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास-

राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के ज़िले गौतमबुद्ध नगर के सभी स्कूलों ने यह फ़ैसला किया है कि वो 8 नवंबर तक कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए क्लासेज़ ऑनलाइन चलाएंगे.

प्रदूषण से बच्चों के सेहत पर पड़ रहा असर
डीज़ल वाली सभी बसों पर रोक. इलेक्ट्रिक और 500 प्राइवेट पर्यावरण बसें चलेंगी
दिल्ली सरकार के दफ़्तरों में आधे कर्मचारी आएंगे जबकि आधे घर से काम करेंगे
राजधानी की हवा ज़हरीली हो चुकी है.
गैस चेम्बर में तबदील हुई दिल्ली
English Summary: mini lockdown in delhi know what is open and what is not
Published on: 05 November 2022, 02:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now