देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद देने के लक्ष्य से जिस किसान सम्मान निधि योजना को सरकार ने शुरू किया था, वो योजना यूपी में अटक गयी है. शायद यही कारण है कि तीसरी किस्त की सुई 40 लाख की संख्या पर रूकी हुई है. हालांकि सरकार का दावा है कि त्यौहारों के बाद नवंबर के अंत तक हर हाल में तीसरी किस्त भी किसानों को मिल जायेगी. बता दें कि सरकार अब तक एक किस्त 1.62 करोड़ किसानों तक पहुंचा चुकी है.
क्यों आ रही है अड़चन
दरअसल किसान सम्मान निधि योजना में आधार कार्ड के कारण अड़चन आ रही है. खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सरकार से सीधे निर्देश है कि पीएम किसान पोर्टल पर किसानों के सही आधार फीडिंग करवाया जाये. इसी कारण जिन किसानों के आधार फीडिंग नहीं हुई है, उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत लाभ नहीं मिल पा रहा है.
लाखों किसानों को आ रही है दिक्कत
केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को आधार से जोड़ने के बाद प्रदेश के लाखों किसानों पर प्रभाव पड़ा है. आधार कार्ड में गड़बड़ियां या आधार कार्ड के ना होने के कारण किसानों के खातों में अब राशि सरकार द्वारा नहीं प्राप्त हो रही है. हालांकि जिन किसानों की आधार कार्ड फीडिंग सही है, उन्हें योजना का लाभ मिल रहा है.
क्यों जंजाल बना आधार कार्ड
प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के लाखों किसानों के आधार कार्ड डिटेल्स राजस्व रिकॉर्ड के डिटेल्स से मेल नहीं खा रहे हैं. कहीं नाम में गड़बड़ियां हैं तो कहीं एड्रेस मैच नहीं हो रहा है. वहीं बड़ी संख्या में ऐसे किसान भी हैं जिनका पोर्टल पर आधार नंबर ही गलत दर्ज है.
किसानों ने जताया विरोध
सरकार द्वारा आधार कार्ड की फीडिंग इस योजना के लिये अनिर्वाय करने पर प्रदेश के किसानों ने विरोध जताया. इस मुद्दें पर किसानों ने कहा कि योजना की राशि अगर सही समय पर किसानों को नहीं मिली तो इससे उनके फसलों एवं खेती पर भारी प्रभाव पड़ेगा और छोटे एवं सीमांत किसान कर्ज लेने के लिये मजबूर हो जायेंगें.
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