देश के किसानों के लिए शुरू किए गए मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स के लिए कृषि जागरण ने देश के कृषि विश्वविद्यालयों के साथ हाथ मिलाया है. अब कृषि जागरण इन विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर इस प्रोग्राम को आगे बढ़ाएगा. अभी तक इस श्रृंखला में तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, डॉ. वाईएसआर बागवानी विश्वविद्यालय, केंद्रीय मत्स्य पालन शिक्षा संस्थान, केरल मत्स्य पालन और महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय, कर्नाटक पशु चिकित्सा, पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय, शेर- ई-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सहित कई प्रसिद्ध कृषि विश्वविद्यालयों ने कृषि जागरण के इस पहल में साथ देने की बात कही है.
MFOI पुरस्कारों के लिए सहायक संघ एनएसएआई, नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया, क्रॉप लाइफ इंडिया और एसीएफआई, एग्रो केम एसोसिएशन ऑफ इंडिया हैं, जबकि मीडिया पार्टनर ट्रैक्टर न्यूज और एग्रीकल्चर वर्ल्ड हैं.
इसके साथ ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने पुरस्कार समारोह में सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होने की पुष्टि की है. ट्रॉफी और लोगो का अनावरण भारत के पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री परषोत्तम रूपाला ने किया है, जो मुख्य अतिथि के रूप में MFOI के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे.
इस पहल के चलते दुनिया में किसानों को एक नई पहचान मिलेगी.