इस बढ़ती महंगाई में जहां कुछ दिनों पहले मदर डेयरी ने दूध के दामों में इजाफा किया था वहीं अब यह खबर सामने आ रही है कि दूध की दूसरी सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी नंदिनी ने भी दूध से लेकर दही के दामों में इजाफा कर दिया है.
आपको बता दें कि कंपनी के स्पेशल दूध- शुभम, समृद्धि और संतृप्ति और दही समेत दूध की लगभग 9 वेरायटी की कीमतों में वृद्धि की गई है. कर्नाटक दुग्ध संघ (केएमएफ) के प्रबंध निदेशक ने बताया कि नंदिनी ब्रांड के दूध (प्रति लीटर) और दही (प्रति किलो) में 2 रुपए का इजाफा कर दिया गया है.
जानें कितनी हुईं कीमतें (Know how much milk and curd cost)
अब से कर्नाटक में नंदिनी ब्रांड के प्रॉडक्ट नई कीमतों पर बिकेंगे. जिनकी कीमतें कुछ इस तरह से है-
नंदिनी ब्रांड के प्रोडक्ट (Nandini Brand Products) |
दूध की कीमत (price of milk) |
डबल टोंड दूध |
38 रुपये प्रति लीटर |
टोंड दूध |
39 रुपये प्रति लीटर |
होमोजिनाइज्ड टोंड दूध |
40 रुपये प्रति लीटर |
होमोजिनाइज्ड गाय का दूध |
44 रुपये प्रति लीटर |
विशेष दूध |
45 रुपये प्रति लीटर |
शुभम दूध |
45 रुपये प्रति लीटर |
समृद्धि दूध |
50 रुपये प्रति लीटर |
संतृप्ति दूध |
52 रुपये प्रति लीटर |
दही के दाम (price of curd)
नंदिनी ब्रांड की दही भी अब से 47 रुपये प्रति किलोग्राम पर मिलेगी.
देश के विभिन्न राज्यों में इन कीमतों पर मिलेगा नंदिनी ब्रांड का दूध
राज्य (State) |
नंदिनी ब्रांड के दूध की कीमत (Nandini brand milk price) |
गुजरात |
50 रुपये लीटर |
आंध्र प्रदेश |
55 रुपये लीटर |
तमिलनाडु |
40 रुपये लीटर |
केरल |
46 रुपये लीटर |
महाराष्ट्र |
51 रुपये लीटर |
आंध्र प्रदेश |
55 रुपये लीटर |
क्यों बढ़ाए दूध के दाम (Why increase the price of milk)
देश-विदेश में कई बड़ी दूध-डेयरी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स के दामों को लगातार बढ़ाती जा रही हैं. जैसे कि आप जानते हैं कि भारत को दूध-डेयरी के मामले में बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश माना जाता हैं. देश के पशुपालकों का कहना है कि दूध के बेहतर उत्पादन के लिए पशुओं को जितना हो सके अच्छे से अच्छा आहार खिलाना होता है.
अब दिन पर दिन इन आहारों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिसका असर दूध के दाम पर देखने को मिलता है. जब दूध उत्पादक ही कम दाम पर दूध नहीं बेच पाते हैं, तो मजबूरन दूध-डेयरी कंपनियों को इनके दाम में इजाफा करना पड़ता है. एक तरफ यह भी बताया जा रहा है कि इन दिनों लंपी रोग के चलते भी दूध पर असर पड़ रहा है.