उत्तर प्रदेश के किसान भाइयों के लिए मौसम विभाग ने जरूरी जानकारी साझा की है. किसानों की भलाई के लिए राज्य कृषि-मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ ने रबी एवं जायद समेत कई फसलों (Rabi and Zaid Crops) के लिए महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है. लेकिन किसान भाई ध्यान दें कि यह एडवाइजरी सिर्फ 31 मई तक ही जारी की गई है.
एडवाइजरी में किसानों के लिए जरूरी सलाह
रबी की फसल- आगामी मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसल को ठीक से स्टोर करें और साथ ही इसे नमी से दूर रखें. इसके अलावा कटी हुई फसलों को अच्छी तरह से बांध दें ताकि हवा के झोंकों से उसे बचाया जा सके. किसान फसल को सूखे स्थानों और भंडारण में स्टोर करें.
जायद फसल- जायद की फसल की बुवाई के बाद उसकी अच्छी तरह से सिंचाई करें क्योंकि ये फसलें विकास की अवस्था में हैं. किसानों को फसल में कीटनाशक डाइक्लोरोवा 76% ई.सी. का उपयोग करना चाहिए और फसलों की सुरक्षा के लिए जिनेब 75% w.p. का इस्तेमाल करना चाहिए.
गन्ना- इस मौसम के लिए गन्ने की टॉपड्रेसिंग के रूप में 60-75 किग्रा नाइट्रोजन (130-163 किग्रा यूरिया) डालें.
भिंडी - इस मौसम में भिंडी की फसल से भिंडी को 3 दिन बाद तोड़ लें, नहीं तो वह पक जाएगी और कम उपज देगी.
आम- मौसम विभाग के मुताबिक, जो किसान भाई फलों की खेती करते हैं. विशेष तौर पर आम, अमरूद, नींबू, अंगूर, बेर और पपीते आदि के बागों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें.
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सब्जियां (Vegetables) : मई महीने में भिंडी, तोरी, खीरा, खरबूजा, तरबूज के खेत में हल्की सिंचाई करें और साथ ही करेला, लौकी और कद्दू, टमाटर, बैंगन और मिर्च की खेती में भी हल्की सिंचाई करनी चाहिए.
फल- इस समय आम में भृंग या मीज या लस्सी कीट के प्रकोप की आशंका रहती है. किसानों को इसकी रोकथाम के लिए नीम के तेल को 3 मिली प्रति लीटर पानी या इलामडाक्लोवप्रैड 50 ई.सी. 3 मिली प्रति लीटर पानी में घोलें इसके साथ ही सल पर छिड़काव करें.
लाइव स्टॉक (Live Stocks)
मौसम विभाग के अनुसार, इस महीने में दिन के समय पशुओं को छायादार स्थान या पेड़ की छाया में बांध दें. इसके अलावा जानवरों को हरा और सूखा चारा के साथ अनाज पर्याप्त मात्रा में दें. ध्यान रहे कि यह चारा जानवरों को साफ दिया जाना चाहिए और साथ ही गर्मी के प्रभाव से बचाने के लिए उन्हें ताजा पानी दिन में 3-4 बार दें.