कृषि जागरण की सुबह हमेशा ख़ास होती है, लेकिन 16 फरवरी की सुबह कृषि जागरण के लिए बेहद खास थी, क्योंकि इस दिन कृषि जागरण को ऊंचाई पर ले जाने वाले शक्स का जन्मदिन था, जो ना सिर्फ कृषि जागरण के परिवार के लिए ख़ास हैं, बल्कि पूरे कृषि समाज के लिए अहम भूमिका निभाते हैं.
दरअसल, कृषि जागरण और कृषि जगत के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक का जन्मदिन था, जिन्होंने अपना जीवन किसान और कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए समर्पित कर दिया है. इस अवसर पर कृषि जागरण के दिल्ली स्थित कार्यालय में एक लाइव इंटरैक्टिव सत्र- 'द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ एग्री मीडिया विद कृषि जागरण टीम' आयोजित किया गया. इस दौरान कंपनी के कर्मचारियों और कृषि जगत की हस्तियों ने एम.सी डोमिनिक को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं, साथ ही उनके जीवन से जुड़े कई अहम सवाल पूछे.
कृषि जागरण के डीजीएम- मृदुल उप्रेती ने सभी का स्वागत करते हुए और पूरी टीम की ओर से एमसी डोमिनिक सर को बधाई दी और उनसे संस्था बनाने का यह विचार कहा से आया यह पूछते हुए सत्र की शुरुआत की.
इस पर एमसी डॉमिनिक ने जवाब देते हुए कहा- अगर आप किसी चीज को हासिल करने का जूनून रखते हैं, तो आपको कोई नहीं रोक सकता है. फिर उन्होंने कहा, "पहले, मीडिया में कोई भी खुद को पूरी तरह से कृषि के लिए समर्पित नहीं करता था. यही कारण है कि मैंने 1996 में कृषि जागरण की स्थापना की, जिसका लक्ष्य किसानों को सबसे अद्यतित कृषि तकनीक, सरकारी पहल और अन्य संसाधन प्रदान करना था. हम विभिन्न प्रकार के अभिनव कार्यक्रमों के माध्यम से दैनिक आधार पर किसानों के संपर्क में रहने का प्रयास करते हैं.
उन्होंने कहा, "हमारे देश के किसानों को अमीर महसूस करना चाहिए, और खेती को एक आकर्षक व्यवसाय के रूप में माना जाना चाहिए." इसके लिए, कृषि जागरण का इरादा 'भारत के सबसे अमीर किसान' नामक एक नया कार्यक्रम शुरू करने का है, ताकि कृषक समुदाय और कृषि व्यवसाय में ग्लैमर जोड़ा जा सके.
सुबोध गुप्ता, मुख्य प्रबंधक विपणन, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने एमसी डोमिनिक को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं और कहा कि किसानों को नई तकनीकों के उपयोग के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उत्पाद विकसित करने के लिए मान्यता की आवश्यकता है.
एमसी डोमिनिक को जन्मदिन की बधाई देने के बाद, वाइस प्रेसिडेंट कंटेंट संजय कुमार ने पूछा, "उन्होंने अपना करियर कैसे और कहां से शुरू किया?" इसके जवाब में एमसी डोमिनिक ने कहा, "मेरा करियर उस दिन शुरू हुआ, जिस दिन मैंने एक विज्ञापन एजेंसी की स्थापना की और फिर देखते-देखते आज एक मीडिया में बदल गया." इसके परिणामस्वरूप मेरे जीवन में सब कुछ बदल गया है."
निशांत कुमार टाक, जीएम- सोशल मीडिया एंड स्पेशल इनिशिएटिव्स ने पूछा, "एफटीजे क्या है और यह किसान समुदाय को कैसे लाभ पहुंचा सकता है?" अपने सवाल के जवाब में, एमसी डोमिनिक ने कहा, "सोशल मीडिया जनता को सबसे अद्यतित जानकारी प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और एफटीजे- किसान पत्रकार किसान समुदाय की आवाज को बढ़ाने के लिए एक ऐसा मंच है और क्षेत्र स्तर पर क्या हो रहा है, इसकी स्पष्ट तस्वीर उपलब्ध कराएं."
आभा अंजलि टोप्पो, इंग्लिश टीम डिजिटल एडिटर, एमसी डोमिनिक को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कृषि पत्रकारिता को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा. उसकी पूछताछ के जवाब में, एमसी डोमिनिक ने कहा, "हाल ही में, हमने दुबई में एक प्रदर्शनी में भाग लिया और वहां कुछ खेतों का दौरा किया." हम ऐसी यात्राओं के माध्यम से अपनी वैश्विक पहुंच का विस्तार करने के लिए विचार ला रहे हैं.
एमसी डोमिनिक को जन्मदिन की बधाई देने के बाद, हिंदी कंटेंट टीम की कंचन मौर्य ने पूछा, " एफटीबी प्रोग्राम की शुरुआत करने के पीछे क्या मकसद था? जवाब में, एमसी डोमिनिक ने कहा, "एफटीबी- किसान ब्रांड, एक ऐसा मंच है. जिसके माध्यम से किसान अपने उत्पादों को एक ब्रांड बना सकते हैं और उन्हें दुनिया भर में आम जनता के लिए सुलभ बना सकते हैं.
वहीं, कन्नड़ टीम से अशोक ने पूछा. एक पत्रिका के रूप में कृषि जागरण का विचार आपको क्यों, कैसे और कब आया? एमसी डोमिनिक ने बताय कि जब मैंने 1996 में शुरुआत की थी, तब प्रिंट मीडिया ही एकमात्र मंच था और यह अब भी अधिक पहुंच के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म से अधिक लोकप्रिय है."
अब बारी हैं इस सत्र के सबसे खुबसूरत पहलू की. ये हमारा सौभाग्य है कि आज भी हमारे देश में औरतों को हमेशा आगे रखा जाता है. उनके योगदान को हमेशा सराहा गया है. इसी का उदाहरण M.C Dominic ने कल पेश किया. जी हाँ उन्होंने हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होने की बात कही, तो कृषि जागरण और कृषि जगत के संस्थापक और प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक की सफतला के पीछे भी उनकी धर्मपत्नी, और कृषि जागरण की डायरेक्टर शाइनी डोमिनिक का मुख्य योगदान रहा है.
शाइनी डोमिनिक, निदेशक, कृषि जागरण, एमसी डोमिनिक को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देते हुए कहा की वो उम्मीद करती हैं कि आने वाले दिनों में कृषि जागरण को पद्म श्री, पद्मविभूषण और उन सभी पुरस्कारों से सम्मानित किया जाए, जिनका वो हकदार है.