Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 4 October, 2021 11:13 AM IST
Lakhimpur Kheri

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी गई. दरअसल, ये किसान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसान नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई है, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई और कई किसान घायल हो गए हैं.

वहीं केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने मीडिया को बताया है कि किसानों की हिंसा में बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं और कार ड्राइवर की जान भी गई है. इस बीच बीजेपी के काफिले का एक वीडियो सामने आया है. ऐसा माना जा रहा है कि यह घटनास्थल का लाइव वीडियो है, जिसमें बीजेपी नेताओं के काफिले की गाड़ियां जा रही हैं और जिससे किसानों को कुचलने का आरोप लगाया गया है.

क्या है पूरा मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दौरा था, जिन्हें केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे रिसीव करने जा रहे थे. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया, साथ ही काले झंडे दिखाना शुरू कर दिया. इस दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई. इसके बाद किसानों ने भारी हंगामा करना शुरू कर दिया.

लखीमपुर खीरी में पुलिस की कई कंपनियां पर तैनात

इस घटना पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर खीरी भेजा है. इसके साथ ही पुलिस की कई कंपनियां भी मौके पर तैनात की गई हैं. इस घटना के बाद किसान नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोल दिया है, तो वहीं किसान नेता राकेश टिकैत भी लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं.

घटना ने अलोकतांत्रिक चेहरे को किया उजागर

किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर किया है. उनकी मांग है कि किसानों की हत्या के दोषियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाए.

कौन हैं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र?

जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी लखीमपुर के सांसद हैं. जिनकी हाल ही में मोदी कैबिनेट में एंट्री हुई है. कुछ दिनों पहले अजय मिश्र टेनी ने मंच से किसानों को लेकर धमकी भरा विवादित बयान भी दिया था, जिसके बाद से ही लगातार उनका विरोध किया जा रहा है.

इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मंत्री अजय मिश्रा कह रहे हैं कि जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर मैं पहुंच गया होता, तो भागने का रास्ता नहीं मिलेगा. लोग जानते हैं कि मैं विधायक, सांसद बनने से पहले मैं क्या था, जिस चुनौती को स्वीकार कर लेता हूं, उसे पूरा करके ही दम लेता हूं. सुधर जाओ...नहीं तो 2 मिनट का वक्त लगेगा, लखीमपुर खीरी से भागने का मौका नहीं मिलेगा. बता दें कि अजय मिश्र के इस बयान के बाद से ही किसान बहुत नाराज थे.

बता दें कि लखीमपुर खीरी की इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल सी मचा दी है. माना जा रहा है कि यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में लखीमपुर-खीरी की घटना कहीं बीजेपी का सियासी गणित ना बिगाड़ दे? इस दौरान विपक्ष पार्टियां भी बीजेपी पर हमला बोल रही हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचीं. जिन्हें सूबे की पुलिस ने लखनऊ में घर के बाहर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो गाड़ी से उतरकर पैदल ही चल दीं, लेकिन उन्हें सीतापुर के हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया.

English Summary: Many farmers died in Lakhimpur Kheri violence
Published on: 04 October 2021, 11:17 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now