Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 August, 2021 3:13 PM IST
Black Rice

मणिपुर के काले चावल, जिसे चाक-हाओ भी कहा जाता है. मणिपुर में इस चावल की खेती तकरीबन 45,000 हेक्टेयर में की जाती है. इस सुगन्धित पहाड़ी काले चावल की अलग देशों में बढती मांग को लेकर मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने एक अहम कदम उठाया है, सरकार द्वारा लिया गया वो अहम कदम क्या है, जानने के लिए पढ़िए इस लेख में. 

दरअसल, यूरोप में इनदिनों मणिपुर के काला चावल की काफी मांग बढ़ रही है. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से बढती मांग को लेकर मणिपुर सरकार ने इम्फाल में आयोजित एक कार्यक्रम  में जैविक काले चावल की खेप को हरी झंडी दिखाई. और साथ ही साथ बीरेन सिंह ने विभिन्न हिस्सों में निवासियों को वितरण के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीज ले जाने वाले वाहनों को भी  हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.

बता दें कि पहली बार एक मीट्रिक टन जैविक मणिपुरी काला चावल इम्फाल से यूरोप को निर्यात किया गया है. इस कंसाइन्मेंट को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 12 अगस्त को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही देश के अन्य राज्यों में 1500 मिलियन टन काले चावल का निर्यात किया गया है.

क्या है काला चावल – (What Is Black Rice?)

चाखाओ अमुबी मणिपुर का एक प्रकार का चिपचिपा काला चावल है. चाखो का अर्थ स्वादिष्ट होता है जबकि अंबुई का अर्थ काला होता है. यह आमतौर पर विशेष अवसरों पर और त्योहारों के अवसर पर चढ़ाया जाता है. पकाने के बाद, यह काले से बैंगनी रंग का हो जाता है और इसमें थोड़ा अखरोट जैसा स्वाद होता है.

काले चावल की खासियत  – (Features Of Black Rice)

1. काले चावल में कई तरह तरह के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं.

2. यह ग्लूटेन यानी वसा मुक्त होता है,

3. काले चावल में एंटीऑक्सिडेंट्स बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जिस वजह से यह हमारे शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों यानी टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है.

4. एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होने की वजह से काले चावल हार्ट को भी हेल्दी रखने में मदद करते हैं.

5. इसकी बाजार में कीमत 100 से 120 रुपए प्रति किलो है.

6. इसमें काफी संख्या में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. एंटीऑक्सिडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं.

ऐसे ही फसलों से  सम्बंधित अधिक जानकरी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.  

English Summary: manipur government gives green signal to organic black rice, farmers will get more benefits
Published on: 18 August 2021, 03:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now