Artemisia cultivation: देशभर में हर साल मलेरिया से हजारों लोगों की मौत हो जाती है. ऐसे में मलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक प्लान तैयार कर इसका ड्राफ्ट केंद्र सरकार को भेजा है.
उत्तर प्रदेश 2027 बनेगा मलेरिया मुक्त राज्य
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार मलेरिया रोधी पौधे आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग शुरू करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी खेती करने की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नई नीति का ड्राफ्ट तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिया है. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्यभर से साल 2027 तक मलेरिया खत्म करने का लक्ष रखा है. इसी कड़ी में राज्य का स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है.
उत्तर प्रदेश में की गई कांट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नीति निर्धारित
उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में औषधीय पौधे को बढ़ावा देने के लिए कांट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नीति निर्धारित कर इसका मसौदा आयुष मंत्रालय को भेजा जा चुका है.
आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करेंगी ये कंपनियां !
बता दें कि मलेरिया रोधी पौधे आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए कई कंपनियां आगे आ रही हैं. हाल ही में चेन्नई की कंपनी सत्तव वैद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट (सीमैप) के साथ आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए अनुबंध किया है.
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आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का फायदा
बता दें कि आर्टिमिसिया के पौधे में आर्टीमिसनिन नामक तत्व मौजूद होता है, इसका इस्तेमाल मलेरिया की दवा बनाने में की जाती है. आर्टीमिसनिन मलेरिया को विस्तार देने वाले रोगाणु प्लास्मोडियम फाल्सीपैरम को खत्म करने में कारगर होता है. ऐसे में देशभर में अगर इसकी खेती की जाती है, तो इससे मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से छुटकारा मिलेगा. साथ ही इसकी खेती कर किसानों को भी फायदा होगा.
आर्टिमिसिया की खेती से प्रति हेक्टेयर 65 हजार का फायदा
जर्नल ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट साइंसेज में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों को लगभग 4 महीने में आर्टिमिसिया की खेती से प्रति हेक्टेयर करीब 65 हजार रुपये का फायदा होगा.