Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! अब किसानों और पशुपालकों को डेयरी बिजनेस पर मिलेगा 35% अनुदान, जानें पूरी डिटेल Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 July, 2022 5:57 PM IST
Artemisia cultivation

Artemisia cultivation: देशभर में हर साल मलेरिया से हजारों लोगों की मौत हो जाती है. ऐसे में मलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक प्लान तैयार कर इसका ड्राफ्ट केंद्र सरकार को भेजा है.  

उत्तर प्रदेश 2027 बनेगा मलेरिया मुक्त राज्य

दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार मलेरिया रोधी पौधे आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग शुरू करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी खेती करने की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नई नीति का ड्राफ्ट तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिया है. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्यभर से साल 2027 तक मलेरिया खत्म करने का लक्ष रखा है. इसी कड़ी में राज्य का स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है.

उत्तर प्रदेश में की गई कांट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नीति निर्धारित

उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में औषधीय पौधे को बढ़ावा देने के लिए कांट्रैक्ट फार्मिंग के लिए नीति निर्धारित कर इसका मसौदा आयुष मंत्रालय को भेजा जा चुका है.

आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करेंगी ये कंपनियां !

बता दें कि मलेरिया रोधी पौधे आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए कई कंपनियां आगे आ रही हैं. हाल ही में चेन्नई की कंपनी सत्तव वैद नेचर्स ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट (सीमैप) के साथ आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए अनुबंध किया है.

ये भी पढ़ें: Artemisia Farming in India: जानें! क्यों है आर्टिमिसिया की खेती किसानों के लिए वरदान, पढ़ें इस खेती की पूरी विधि

आर्टिमिसिया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का फायदा

बता दें कि आर्टिमिसिया के पौधे में आर्टीमिसनिन नामक तत्व मौजूद होता है, इसका इस्तेमाल मलेरिया की दवा बनाने में की जाती है. आर्टीमिसनिन मलेरिया को विस्तार देने वाले रोगाणु प्लास्मोडियम फाल्सीपैरम को खत्म करने में कारगर होता है. ऐसे में देशभर में अगर इसकी खेती की जाती है, तो इससे मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी से छुटकारा मिलेगा. साथ ही इसकी खेती कर किसानों को भी फायदा होगा.

आर्टिमिसिया की खेती से प्रति हेक्टेयर 65 हजार का फायदा

जर्नल ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट साइंसेज में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों को लगभग 4 महीने में आर्टिमिसिया की खेती से प्रति हेक्टेयर करीब 65 हजार रुपये का फायदा होगा.

 

English Summary: Malaria will disappear from this plant in minutes from across the country, farmers will also have a bat
Published on: 14 July 2022, 06:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now