प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्टार्टअप उद्यमियों(Startup entrepreneurs) से संवाद किया. इस बातचीत में जिसमें कृषि, स्वास्थ्य, उद्यम प्रणाली, अंतरिक्ष, उद्योग 4.0, सुरक्षा, फिनटेक, पर्यावरण आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप उद्यमी शामिल हुए.
बता दें कि ग्रोइंग फ्रॉम रूट्स, नजिंग द डीएनए, फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल, भविष्य की प्रौद्योगिकी, विनिर्माण क्षेत्र में चैंपियंस का निर्माण और सतत विकास सहित मूल विषयों के आधार पर 150 से अधिक स्टार्टअप उद्योगों को छह वर्किंग ग्रुप में विभाजित किया गया था. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं युवाओं से आह्वान करता हूं कि वे अपने सपनों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दें ना कि केवल स्थानीय. इसके साथ पीएम मोदी ने ऐलान किया कि देश में हर साल 16 जनवरी को 'नेशनल स्टार्ट-अप डे' मनाया जाएगा.
सपनों को दूर तक ले जाएँ, ग्लोबल बनाएं
भारत के स्टार्ट-अप्स खुद को आसानी से दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं. इसलिए आप अपने सपनों को सिर्फ लोकर ना रखें, बल्कि ग्लोबल बनाएं. इस मंत्र को याद रखिए- let's Innovate for India, innovate from India.
ग्लोबल इनोवेशन में सुधार
Innovation को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि Global Innovation Index में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है. वर्ष 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81 नंबर पर था. अब इनोवेशन इंडेक्स में भारत 46 नंबर पर है.
625 जिलों में कम से कम एक स्टार्टअप
पूरे भारत में कम से कम 625 जिलों में कम से कम एक स्टार्टअप है. भारत के सभी स्टार्टअप में से लगभग आधे टियर- II या टियर- III शहरों में हैं. इससे पता चलता है कि हर वर्ग के लोग अपने विचारों को व्यवसाय में बदल रहे हैं. भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम लगातार खुद को खोज और सुधार रहा है. यह सीखने और बदलने की निरंतर स्थिति में है. भारत के स्टार्टअप अब 55 अलग-अलग उद्योगों में काम कर रहे है. पांच साल पहले, भारत में 500 स्टार्टअप भी नहीं थे. आज यह संख्या 60,000 को पार कर गई है.
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इनोवेशन को बढ़ावा
संवाद के दौरान प्रत्येक समूह ने बताए गए मूल विषय पर प्रधानमंत्री के समक्ष एक प्रस्तुति दी. इस संवाद का उद्देश्य यह समझना है कि देश में नवाचार पर जोर देकर स्टार्टअप उद्यम किस प्रकार राष्ट्रीय जरूरतों के प्रति अपना योगदान दे सकते हैं.
बता दें कि आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा 10 से 16 जनवरी, 2022 तक एक सप्ताह चलने वाले कार्यक्रम, "सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इको-सिस्टम", का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल के शुभारंभ की छठी वर्षगांठ का प्रतीक है.
2016 में शुरू किया था स्टार्टअप इंडिया
प्रधानमंत्री का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए स्टार्टअप उद्योगों की क्षमता में दृढ़ विश्वास रहा है. यह 2016 में स्टार्टअप इंडिया की प्रमुख पहल के शुभारंभ में परिलक्षित हुआ. सरकार ने स्टार्टअप उद्योगों की प्रगति और उन्नति को बढ़ावा देने के लिए एक सक्षम वातावरण तैयार करने की दिशा में काम किया है.