किसानों की मदद के लिए सरकार आए दिन कुछ ना कुछ करती रहती है, जिससे किसानों दिक्कतों का सामना ना करना पड़ा, लेकिन फिर भी कई स्थानों पर किसानों को खेती से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
जैसे कि आप सब लोग जानते हैं भारत के ज्यादातर राज्यों में खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है. जिसकी तैयारी में किसान जोरशोर से लगे हुई हैं, लेकिन कुछ किसानों को फसल के लिए खाद की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते कई दुकानदार उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर अधिक कीमत पर खाद को बाजार में बेच रहे हैं.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कई खाद दुकानदार (fertilizer shop) सरकार द्वारा तय किए गए दाम से अधिक DAP खाद व अन्य उर्वरकों को अधिक कीमत पर बेच रहे हैं. खाद की इस कालाबजारी से परेशान होकर किसानों ने इसकी शिकायत कृषि विभाग (Agriculture Department) तक पहुंचा दी है. जिसके चलते विभाग ने इस पर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है. दरअसल विभाग का कहना है कि अगर कोई दुकानदार MRP से अधिक कीमत पर उर्वरक बेचेगा, तो वह दुकानदार अपने नुकसान के लिए तैयार रहे.
एक फोन कॉल से होनी शिकायत (Complaint through a phone call)
कृषि विभाग ने खाद की अधिक कीमत वसूलने को लेकर कहा है कि अगर किसी भी किसान भाई से कोई दुकानदार खाद की अधिक कीमत लेता है, तो आप उसकी शिकायत अब बस एक फोन से भी कर सकते है. आरोपी होने पर विक्रेता के दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. अब बस आपको किसान कंट्रोल रूम (farmer control room) के मोबाइल नंबर (9823915234) पर एक कॉल करना होगा. इस कॉल पर आपको खाद का नाम, MRP और साथ ही खाद खरीद की रसीद की जानकारी देनी होगी. सबूत के तौर पर आप उसे अपने पास रखें, ताकि उस दुकानदार पर सख्त कार्रवाई की जा सके. ये ही नहीं किसान ईमेल dsaojalna@gmail.com के माध्यम भी अपनी शिकायत को दर्ज करवा सकते है.
बारिश के कारण बनी ऐसी स्थिति ? (Such a situation created due to rain?)
महाराष्ट्र के 8 मराठवाड़ा जिलों में अधिक बारिश होने के कारण किसानों ने अपने खेत में कपास और सोयाबीन की बुवाई (Cotton and soybean sowing) करना शुरू कर दिया, ताकि वह इस मौसम में अपनी फसल से अधिक लाभ प्राप्त कर सके. इसलिए राज्य में खाद की डिमांड अधिक मात्रा में बढ़ने लगी और साथ ही किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ग्राम स्तर पर कई कृषि सेवा केंद्र स्थापित किए गए हैं,
लेकिन इसके बाद भी कई स्थानों पर किसानों को खाद की परेशानी हो रही है. जिसका फायदा सीधे जिले के दुकानदारों को हो रहा है, जो अधिक कीमत पर खाद को बेचकर लाभ कमा रहे हैं.