देश में खरीफ का सीजन अपने पीक पर चल रहा है, लेकिन मानसून कमजोर होने की वजह से इन दिनों धान के रकबे में आई गिरावट बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है. यही नहीं इस बार के कमजोर मानसून का असर दूसरी फसलों पर भी देखने को मिल रहा है. जैसे दलहन और तिलहन फसलों के रकबे में गिरावट दर्ज की गई है. बता दें कि इन फसलों के रकबे के घटने के कारण देश में आने वाले समय में चावल, दाल और तेल के दामों में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
दलहन और तिलहन के रकबे में आई इतनी गिरावट
बैंक ऑफ बड़ोदा की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल खरीफ फसलों की बुवाई में कमी दर्ज की गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि गंगा क्षेत्र के कुछ हिस्सों में कमजोर मानसून ने चावल और दालों के रकबे को प्रभावित किया है. धान के रकबे में 5.6 प्रतिशत और दालों के बुवाई क्षेत्र में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है.
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अरहर की फसल में आई है ज्यादा गिरावट
बैंक ऑफ बड़ोदा ने दलहन की फसलों के रकबे में आई गिरावट का अनुमान 4.4 प्रतिशत लगाया है. जिसमें सबसे ज्यादा गिरावट अरहर के रकबे में दर्ज की गई है. रिपोर्ट के अनुसार इस खरीफ सीजन में अरहर के रकबे में बीते साल की तुलना में 2.7 प्रतिशत की कमी देखी गई है. इसी प्रकार उड़द के रकबे में 1.6 प्रतिशत और मूंग के रकबे में 1.4 प्रतिशत की कमी आई है.
कपास के रकबे में हुई है बढ़ोत्तरी
बैंक ऑफ बड़ोदा ने दलहन व तिलहन के साथ-साथ कपास और गन्ने जैसी फसलों की बुवाई का भी अनुमान लगाया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस खरीफ सीजन में कपास के रकबे में 6.8 प्रतिशत और गन्ने के रकबे में 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जोकि पिछले साल की तुलना में अधिक है.