Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 March, 2022 12:21 PM IST
लाल डोरा मुक्त योजना

भारत एक गांव का देश है. जहां पर ज्यादातर लोग गांव में रहकर ही अपना जीवन यापन करते हैं. शायद इसी वजह से भारत को आत्मनिर्भर और संवारने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मनोहर योजना को अपने राज्य के सभी जिलों में लागू किया है.

गौरतलब है कि इस लाल डोरा योजना के फायदे देखते हुए केंद्र सरकार ने भी इसी योजना को पूरे देश में स्वामित्व योजना के नाम से लागू किया है. जिससे देश के सभी लोगों को इस योजना का लाभ पहुंच सके और पूरे देश को आत्मनिर्भर बनाया जा सके.

आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, लाल डोरा योजना में अब तक हरियाणा राज्य के 227 गांवों के 21 हजार 927 परिवारों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक दिया जा चुका है.

यह भी पढ़ेः तारबंदी योजना: किसान 50% सब्सिडी पर खेतों में लगवाएं कटीले तारों की बाड़, जानें आवेदन की पूरी प्रक्रिया

इस योजना को सर्वप्रथम कहां लागू किया गया (Where was this scheme first implemented?)

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सर्वप्रथम लाल डोरा योजना को करनाल में स्थित गांव सिरसी में इस योजना को लागू किया था. फिर इस योजना को मुख्यमंत्री ने करनाल के बाद, जींद व सोहना में लागू किया. इस योजना के माध्यम से गांव के लोगों को जमीन की खरीद व उस पर ऋण लेने का अधिकार भी दिया गया. इसके साथ ही मालिकाना हक से संबंधित सभी विवादों पर रोक लगा दी गई.

मत्स्य पालकों का 5 लाख रुपए तक निःशुल्क बीमा (Free insurance for fishermen up to Rs 5 lakh)

इस योजना में ग्रामीणों को आर्थिक रूप से मजबूत और सशक्त बनाने की एक नई दिशा दी. इस योजना के तहत कई लोगों को लाभ हुआ. यह योजना पशुपालन व मत्स्य पालन की आय बढ़ाना का भी एक बढ़िया साधन बना है. ये ही नहीं इस योजना में दुधारू पशुओं की खरीद के लिए बैंक ब्याज दर पर भी सुविधा दी गई.

बता दें कि इस योजना में अब तक 1692 डेयरियों की स्थापना की गई है और 17 हजार 216 हेक्टेयर जलक्षेत्र में मत्स्य पालन के माध्यम से 22500 मत्स्य पालकों के द्वारा 8232 पंचायती तथा 2100 निजी तालाबों में भी मछली उत्पादन को बढ़ाया गया है. इस योजना के माध्यम से 1400 मछुआरों व मत्स्य पालकों का लगभग 5 लाख रूपए तक निःशुल्क बीमा भी करवाया गया है.

English Summary: Lal Dora Mukt Yojana launched from Haryana, free insurance up to Rs 5 lakh
Published on: 08 March 2022, 12:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now