Krishi Yantra Yojana: रोटावेटर और मल्टी क्रॉप थ्रेशर समेत इन 6 कृषि यंत्रों पर मिल रहा 50% तक अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ Dudharu Pashu Bima Yojana: दुधारू पशुओं का होगा बीमा, पशुपालकों को मिलेगी 75% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया! PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 28 May, 2019 7:04 PM IST

सूखे की मार झेल रहे बाड़मेर, जैसलमेर सहित दूसरे समीपवर्ती जिलों के किसानों के लिए बेहद ही चिंताजनक खबर है. क्योंकि जैसलमेर जिले के पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज स्थित काहला और लोहार की ग्राम पंचायत के मंगलियों की छाणी के पास बड़ी संख्या में टिड्डी के दल देखे गए है. ऐसे में जायद के साथ-साथ खरीफ फसल पर भी पूरी तरह से संकट गहरा सकता है.हालांकि इस साल सूखे के चलते किसनों ने जायद पसलों की बुवाई नहीं की है. लेकिन नियंत्रण के अभावमें बड़ा नुकसान भी संभव है. गौरतलब है कि टिड्डी दल नजर आने के साथ ही प्रशासन और किसानों में अलर्ट को जारी कर दिया गया है. वही नियंत्रण के लिए टिड्डी प्रतिरक्षा और निरोधक विभाग के साथ-साथ कृषि विभाग के अधिकारियों ने मैदान संभालना तेजी से शुरू कर दिया है।

फिर दिखा टिड्डी दल

कृषि अधिकारी मदनसिंह चंपावत ने बताया कि पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में स्थित पुराने गौर आबाद काहला गांव और लौहार की ग्राम पंचायत के मंगलियोंकी छाणी में टिड्डी दल को देखा गया है। जैसलमेर, फलोदी, नागौर, बाड़मेर, जालौर आदि के टीमों के अधिकारी के साथ अभिलेख निरीक्षकों ने भी इस क्षेत्र का दौरा किया है. साथ ही मौके पर पहुंचकर काहला और मंगलियों की ढाणी में जमीन पर लगी घास, झाड़ियों आदि पर चिड्डी दल पर स्प्रे किया.साथ ही उन्होंने ग्रामीणों की बैठक लेकर उन्हें मादा-नर टिड्डी की पहचान करवाई और टिड्डी दल दिखाई देने पर इसकी सूचना तत्काल सूचना प्रशासन, पटवारी, आरआई और कृषि पर्य़वेक्षक आदि को देने की बात कही, ताकि ठीक समय रहते इसका उचित नियंत्रण किया जा सकें.

पशुपालकों को हिदायत

टिड्डी प्रतिरक्षा निरोधक दल के अधिकारियों पशपालकों को प्रभावित क्षेत्र में पशु नहीं चराने की सलाह दी जा रही है. साथ ही अधिकारियों का कहना है कि मरू वनस्पति पर कीटनाशक का छिड़काव किया हुआ है. ऐसे में चराई के दौरान पश कीटनाशक स्प्रे की हुई वनस्पति को खा लेता है, तो उनकी मौत अथवा बीमार हो जाने से इंकार नहीं किया जा सकता है.

पाक से आया है यह टिड्डी दल

कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार चिड्डी दल की आमद पाकिस्तान से हुई है. पाकिस्तान के रास्ते से टिड्डी दल ने प्रवेश कर रामदेवरा ग्राम पंचायत के गैर आबाद गलर गांव के आसापसा डेरा डाला.किसानों से सूचना मिल जाने के बाद जैसलमेर, जोधपुर, जालौर, फलोदी, पाली, बीकानेर, नागौर से कृषि और टिड्डी प्रतिरक्षा निरोधक विभाग के अधिकारी अपनी टीम, मशीन और साजो सामान के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने टिड्डी के दल पर स्प्रे कर उन्हें खत्म करने की कार्रवाई को अंजाम देना शुरू कर दिया है।

English Summary: Ladders come from Pakistan to produce products in Jaisalmer
Published on: 28 May 2019, 07:09 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now